खूनी हो गई सुहागनगरी की सड़कें

फीरोजाबादजागरण संवाददाता। चूड़ियों की खनक ने फीरोजशाह की नगरी को सुहागनगरी बनाया। मगर अब यह हादसों का शहर बनता जा रहा है। काली सड़कें खूनी हो चुकी हैं। हर दिन हादसे में जिदगियां तमाम होती जा रही हैं। बीते चार महीनों में 139 राहगीरों की जान जा चुकी हैं। जबकि 177 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसों का प्रमुख कारण है बेकाबू रफ्तार से चलने वाले वाहन और यातायात के नियमों का पालन नहीं करना।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 May 2019 12:04 AM (IST) Updated:Wed, 15 May 2019 06:27 AM (IST)
खूनी हो गई सुहागनगरी की सड़कें
खूनी हो गई सुहागनगरी की सड़कें

फीरोजाबाद,जागरण संवाददाता। चूड़ियों की खनक ने फीरोजशाह की नगरी को सुहागनगरी बनाया। मगर अब यह हादसों का शहर बनता जा रहा है। काली सड़कें खूनी हो चुकी हैं। हर दिन हादसे में जिदगियां तमाम होती जा रही हैं। बीते चार महीनों में 139 राहगीरों की जान जा चुकी हैं। जबकि 177 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसों का प्रमुख कारण है बेकाबू रफ्तार से चलने वाले वाहन और यातायात के नियमों का पालन नहीं करना।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार बीते 120 दिन के दौरान 316 लोग दुर्घटनाओं के शिकार बने। यानी हर रोज दो से तीन दुर्घटनाएं हुईं। इन दुर्घटनाओं में 139 लोगों की मौत हो गई। इनमें से कई की मौके पर ही मौत हो गई तो कुछ की जिदगी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में खत्म हो गई। सोमवार को तीन की मौत हुई थी। रात पूरे होने तक एक और की मौत हो गई।

एक्सप्रेस वे पर झपकी ले रही जान: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस पर नसीरपुर और नगला खंगर थाना क्षेत्र में सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। यहां हादसों की वजह तेज रफ्तार और नींद की झपकी सामने आई है।

-हादसे के ब्लैक प्वाइंटस.: सिरसागंज में कठफोरी, शिकोहाबाद में जसराना रोड पर एफसीआइ गोदाम, डाहिनी की पुलिया, हाईवे पर अरौंज पुलिया, मक्खनपुर, टूंडला में उसायनी, टूंडला फ्लाईओवर के पास, शहर में नगला बरी, जाटवपुरी, जसराना में बलरई मोड़, शिकोहाबाद रोड आदि।

बीते माह हुई घायल और मृतकों की संख्या:

माह- घायल- मृतक

जनवरी - 26 - 29

फरवरी - 58 - 28

मार्च - 53 - 40

अप्रैल - 40 - 42 सावधानी रखे वाहन चालक और अभिभावक: एसएसपी

एसएसपी सचिद्र पटेल का कहना है कि तेज रफ्तार और यातायात नियमों की अनदेखी मुख्य वजह है। पिछले दिनों जसराना में कार हादसे में तीन युवाओं की मौत में कार की स्पीड और सीट बैल्ट न बांधना सामने आया था। वहीं दुपहिया वाहन चालक बगैर हेलमेट चलते हैं। इनके लिए अभियान चलाया जा रहा है। वहीं 18 साल से कम उम्र के बच्चों को वाहन देना भी प्रमुख वजह है। इसके लिए अभियान चलाया जाएगा। एसएसपी ने बताया कि जिदगी महत्वपूर्ण है, इसलिए यातायात के नियमों का पालन करें।

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