सड़कों पर फर्राटा भर रहे 55 हजार से अधिक पुराने वाहन

खतरनाक स्थिति तक पहुंचा वायु प्रदूषण फिर भी नहीं लग रही रोक पुराने वाहन सड़क से हटाने में नाकाम रहा परिवहन विभाग और प्रशासन।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Dec 2021 06:41 AM (IST) Updated:Sat, 11 Dec 2021 06:41 AM (IST)
सड़कों पर फर्राटा भर रहे 55 हजार से अधिक पुराने वाहन
सड़कों पर फर्राटा भर रहे 55 हजार से अधिक पुराने वाहन

जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद: ताज संरक्षित क्षेत्र (टीटीजेड) वायु प्रदूषण के मामले में भले ही देश भर में पहले नंबर पर पहुंच गया, लेकिन 15 साल से पुराने हजारों वाहन अब भी सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं। यह वाहन सड़कों पर अक्सर धुआं उगलते देखे जा सकते हैं। इससे शहर की हवा लगातार जहरीली हो रही है।

दीपावली से पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पीसीबी द्वारा वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए कार्य योजना तैयार की गई। डीएम चंद्र विजय सिंह द्वारा कार्य योजना में अमल करने के लिए नगर निगम, उद्योग विभाग, पीसीबी, परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग, विकास प्राधिकरण सहित 17 विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई। इसमें परिवहन विभाग को पेट्रोल के 15 साल और डीजल के 10 साल से अधिक पुराने वाहनों पर सख्ती से रोक लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई।

दीपावली के बाद टीटीजेड में वायु प्रदूषण खतरनाक स्थिति तक पहुंचा, जिससे फिरोजाबाद देश के सबसे प्रदूषित शहरों में पहले नंबर पर पहुंच गया। इसके बाद भी परिवहन विभाग ने सड़क पर दौड़ रहे 55 हजार से अधिक वाहन बूढ़े वाहनों को सड़क से हटाने में सफल नहीं हो सका। यही कारण है कि टीटीजेड में वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं हो पा रहा है। एक-दो दिन की राहत के बाद एक्यूआइ लगातार बढ़ रहा है।

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- 4,49,602 वाहन पंजीकृत हैं जिलें में

- 55,665 पुराने वाहनों पर लगा है प्रतिबंध

- 33,002 पेट्रोल चालित वाहन हैं 15 साल पुराने

- 22,663 वाहन डीजल के हैं 10 साल पुराने

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- प्रतिबंधित हो चुके वाहनों की फिटनेस और एनओसी पर रोक लगा दी गई है। इन्हें हस्तांतरित भी नहीं किया जा रहा है। अब तक सैकड़ों वाहनों के पंजीकरण सरेंडर भी हो चुके हैं। यातायात पुलिस पुराने वाहनों का चालान कर रही है।

- अखिलेश यादव, संभागीय निरीक्षक

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