पॉवर लि¨फ्टग में फीरोजाबाद की बेटी को गोल्ड

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: लखनऊ में हुई सीनियर स्टेट पॉवर लि¨फ्टग चैंपियनशिप में फीरोजाबाद की नीरज

By Edited By: Publish:Wed, 29 Jun 2016 11:49 PM (IST) Updated:Wed, 29 Jun 2016 11:49 PM (IST)
पॉवर लि¨फ्टग में फीरोजाबाद की बेटी को गोल्ड

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: लखनऊ में हुई सीनियर स्टेट पॉवर लि¨फ्टग चैंपियनशिप में फीरोजाबाद की नीरज मिश्रा ने गोल्ड मेडल जीता है। मूलत: बछगांव की रहने वाली नीरज आगरा में बीपीएड की छात्रा हैं। गांव से रोज आगरा अप-डाउन करने वाली नीरज का बचपन से खेलों से लगाव रहा है। बचपन से कबड्डी खेलती आईं नीरज करीब सात वर्ष पूर्व जिला स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में जनपदीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने गईं, तो वेट लि¨फ्टग एवं पॉवर लि¨फ्टग से जुड़ गई।

जिला क्रीड़ाधिकारी राजकुमार के साथ लखनऊ प्रतियोगिता में हिस्सा लेने गई नीरज की जीत पर फीरोजाबाद के खिलाड़ियों में हर्ष की लहर दौड़ गई है। नीरज की पॉवर लि¨फ्टग से जुड़ने की कहानी भी बिल्कुल रोचक है। नीरज ने कभी इस खेल के संबंध में सोचा भी नहीं था। गांव में अमूमन खेले जाने वाले खेलों में कबड्डी खेलने का शौक था। नीरज बचपन से स्कूल में कबड्डी खेलती थी। जब इंटर में पढ़ती थी, उस वक्त जिला स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में कबड्डी की प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने गई। यहां पॉवर लि¨फ्टग कोच मीनाक्षी से भेंट हुई, तो उन्होंने नीरज को इस खेल को अपनाने के लिए कहा। नीरज ने भी इसमें रुचि दिखाई तथा प्रतिदिन को¨चग के लिए स्टेडियम आने लगी। अगले वर्ष नीरज ने वेट लि¨फ्टग में रुचि दिखाई। हॉस्टल के लिए स्टेडियम में हुए ट्रॉयल में प्रतिभाग किया तो साई हॉस्टल लखनऊ के लिए चयन हो गया। करीब चार वर्ष तक हॉस्टल में रहकर प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण के दौरान ही पीठ एवं कंधे में दर्द की शिकायत होने पर उन्होने वेट लि¨फ्टग छोड़ दी।

इधर बीपीएड भी करना था, लिहाजा वापस घर आ गई, लेकिन खेल का जुनून था। कंधे का दर्द वेट लि¨फ्टग नहीं करने देता था, तो ऐसे में फिर से पॉवर लि¨फ्टग के खेल से जुड़ गई। नीरज मिश्रा के पिता श्रीकृष्ण खेती करते हैं। 21 वर्ष की नीरज मिश्रा तीन बहनों एवं तीन भाइयों में छठवें नंबर की है। नीरज की तमन्ना अब नेशनल प्रतियोगिता में मेडल जीतने की है।

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