छूटा झोपड़ी का साथ, अब पक्के घर की पूरी हुई आस

जागरण संवाददाता फतेहपुर महंगाई के दौर में शहर में घर बनाना हर किसी के बस की बा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 06:37 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 06:37 PM (IST)
छूटा झोपड़ी का साथ, अब पक्के घर की पूरी हुई आस
छूटा झोपड़ी का साथ, अब पक्के घर की पूरी हुई आस

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : महंगाई के दौर में शहर में घर बनाना हर किसी के बस की बात नहीं हैं, यह सपना तब और दूर हो जाता है जब गरीबी आपका इम्तिहान ले रही हो। लेकिन शहर के 6,962 गरीबों का पक्का घर बनाने का सपना अब साकार हो रहा है। जो अभी तक सर्दी, गर्मी व बरसात के मौसम में झोपड़ी व पॉलीथिन तानकर गुजर-बसर कर रहे थे। अब खुद के पक्के आशियाना में रहेंगे। वहीं, 3860 पीएम आवास और बनाए जाएंगे।

शहर के ऐसे गरीबों के लिए सरकार अनुदान देती है, जिनके पास भूमि तो है, लेकिन घर बनाने के लिए पैसे नहीं है। अथवा पुराने मकान जीर्ण-शीर्ण हैं तो उसे भी नये सिरे से बनाने की मदद मिलती है। नगर पालिका सदर व बिदकी के अलावा नगर पंचायत बहुआ, हथगाम, खागा, किशनपुर, जहानाबाद में बीते दो साल में करीब 21 हजार ऐसे गरीबों ने पीएम आवास योजना शहरी के लाभ के लिए आवेदन किया। 11 हजार आवेदनों का सत्यापन कराया गया, जिसमें से 4038 के दावे गलत पाए गए। लेकिन योजना के लिए पात्र पाए गए 6962 गरीबों को सरकारी लाभ से जोड़ा गया है।

पात्रता है तो अब भी मिलेगा लाभ

पीओ डूडा अजय शुक्ल के अनुसार प्रधानमंत्री आवास योजना में ढाई लाख रुपये की मदद घर बनाने के लिए तीन किस्तों में दी जाती है। अगर आपके पास स्वयं के नाम जमीन है या जर्जर मकान में रहते हैं तो ऐसे लोग अब भी ऑनलाइन आवेदन करें उनका सत्यापन होगा और उन्हें लाभ प्रदान किया जाएगा।

दो साल में शहरी क्षेत्र में बने व निर्माणाधीन पीएम आवास

निकाय--------पात्र लाभार्थी-----------निर्माणाधीन---------पूर्ण

बहुआ--------522----------------------379--------------143

बिदकी--------256---------------------172--------------84

फतेहपुर-------3045------------------1851-------------1194

हथगाम-------555---------------------105--------------400

खागा----------919--------------------353---------------566

किशनपुर-------694------------------ 311---------------383

जहानाबाद-----971------------------639---------------332

नोट- जो निर्माणाधीन हैं उन्हें पहली व दूसरी किस्त दी जा चुकी है, जो पूर्ण हैं उन्हें सभी तीनों किस्तें दी जा चुकी हैं।

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