कोर्राकनक ग्राम सभा में फिर से यमुना कटान की त्रासदी शुरू

कोर्राकनक ग्रामसभा में 52वीं यमुना कटान की त्रासदी शुरू

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Aug 2022 04:01 AM (IST) Updated:Fri, 26 Aug 2022 04:01 AM (IST)
कोर्राकनक ग्राम सभा में फिर से यमुना कटान की त्रासदी शुरू
कोर्राकनक ग्राम सभा में फिर से यमुना कटान की त्रासदी शुरू

कोर्राकनक ग्राम सभा में फिर से यमुना कटान की त्रासदी शुरू

संवाद सूत्र, बहुआ : यमुना में जलस्तर लगातार बढ़ने से असोथर ब्लाक के कोर्राकनक गांव में कटान का 52 साल पुराना सिलसिला शुरू हो गया है। यमुना का जलस्तर बढ़ने से नत्थू सविता का पुराना मकान पूरी तरह से यमुना में समाहित हो गया है। कोर्ट में चल रहे वाद में 13 हजार बीघा भूमिधरी जमीन की पैमाइश कराकर दिलाने की आवाज उठाई गई है।

गांव के पूर्व प्रधान दिनेश सिंह, बबलू सिंह, संजय हाड़ा, धर्मेंद्र सिंह, रामू सिंह, सत्यम आदि कहते हैं कि यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। ग्राम सभा के तमाम मजरों को यमुना के पानी ने घेर लिया है। हड़ाही डेरा में लगातार कटान हो रहा है। 13 हजार बीघा भूमिधरी जमीन के बाद अब ग्रामसभा की जमीन यमुना में समाहित हो रही है। नेताओं का कोरा आश्वासन ही अब तक मिला है। कटान रोकने के लिए पत्थर लगाने का काम को प्रदेश और केंद्र सरकार ने पूरा नहीं किया है। यमुना और केन नदी के मिलाप होने के चलते धारा सीधे ग्रामसभा की जमीन से टकराती है। हरसाल जमीन यमुना में समा जाती है। यमुना जिले की तरफ बढ़ रही है और बांदा जिले की तरफ खाली जमीन में किसान अवैध रूप से खेती कर रहे हैं।

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