हुसैन की सदाओं के बीच सड़कों में किया मातम

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : मोहर्रम की दस तारीख को यौमे आशूरा की रात भी कहते हैं। जि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 11:01 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 11:01 PM (IST)
हुसैन की सदाओं के बीच सड़कों में किया मातम
हुसैन की सदाओं के बीच सड़कों में किया मातम

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : मोहर्रम की दस तारीख को यौमे आशूरा की रात भी कहते हैं। जिले भर में मोहर्रम की दसवीं पर कर्बला में हजरत इमाम हुसैन व उनके 72 साथियों की शहादत की याद में शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में कदीमी रास्तों में अलम अखाड़ों के साथ ताजिया अपने कदीमी रास्तों में घूमी। वहीं शिया समुदाय ने मजलिस कर सीनाजनी की।

चांदू मियां का ताजिया सैयदवाड़ा, लालाबाजार, मुराइनटोला, अमरजई, कबाड़ी मार्केट आदि मोहल्लों में सारी रात गश्त करने के बाद साथ धोबियों का ताजिया, शेरा का ताजिया, भटियारा ताजिया, फकीरों के ताजिया समेत विभिन्न मोहल्लों से उठाए गए सभी ताजियों के साथ चौक चौराहे में मिलाप किया। उसके बाद चांदू मियां के ताजिये को छोड़कर सभी ताजिया इमामबाड़े में पहुंचे। शहर काजी अब्दुल्लाह शहीदुल इस्लाम व काजी-ए-शहर मौलाना कारी फरीदउद्दीन कादरी ने कहा कि यौमे आशूरा के दिन शहादत की याद में मस्जिदों में नमाज अदा की गई और रोजा रखा गया। किसी कवि ने ठीक ही कहा है कि इस्लाम को बेदार तो हो लेने दो, हर कौम पुकारेगी हमारे हैं हुसैन।

बाकरगंज, सैयदवाड़ा, कजियाना, किला आदि मोहल्लों में शिया समुदाय ने मजलिस में कर्बला की शहादत की दास्तां बयां की जिसे सुनकर अकीदतमंदों के आंसू छलक पड़े। मजलिस करने में मौलाना यावर मेंहदी, रजा हुसैन, सुहैल जाफरी, इरशाद जैदी, नसीर हुसैन, जुगनू नवाब आदि रहें। कजियाना में आग के अंगारे का मातम भी किया गया। बकंधा, अंदौली, पहाड़ीपुर, सनगांव में ताजिया कदीमी रास्तों में घूमी। इसी प्रकार ललौली कस्बा के रहमतबाबा, भूतखानी व सातआना मोहल्ले से उठा ताजिया कदीमी रास्तों में घूमा। हुसेनगंज कस्बा के साथ महोई, चितीसापुर, मकनपुर, मातिनपुर, जमरावां, आंबी में अलम अखाड़ों के साथ ताजिया निकालें गए। गाजीपुर कस्बा के साथ पैगम्बरपुर बकरी, पखरौली, सिमौर, बनकटा, चुरियानी में छोटी-बड़ी ताजियों का मिलाप हुआ।

मलवां थाने के चखेड़ी, सरांय खरगू, चितौरा, सौंरा, अढ़ेना गोपालपुर, बरौरा, सूपा, रारा मंगतपुर, कुंवरपुर, तारापुर असवार में ताजियों का गश्त हुआ। उधर हसवा कस्बा में मोहर्रम की दसवीं का जुलूस निकाला गया। वासिद मियां इस्माइल इमामबाडा से यासीन इमामबाड़ाहोते हुए अनेक स्थानों से ताजिया कदीमी रास्तों में घूमी फिर ताजिया कर्बला में समाप्त किए गए। इसी प्रकार रामपुर थरियांव, आंबापुर, मोहम्मदपुर कला, करमचंद्रपुर सांड़ा, एकारी, बिलंदा, औरेई, बहरामपुर, कोर्रा सादात, सखियांव, मीसा में अलम अखाड़ों के साथ ताजिया घूमी। जिसके दीदार के लिए अकीदतमंदों का मजमा लगा रहा। इनसेट -

आज इमामबाड़े पहुंचेगा चांदूमियां ताजिया

फतेहपुर : मोहर्रम की नौ तारीख को रात से उठा चांदू मियां का ताजिया अन्य ताजियों को इमामबाड़े में समाप्त कराने के बाद ग्यारहवीं मोहर्रम को सुबह इमामबाड़े में रखा जाएगा । ताजिया तकिया चांदशाह कमेटी के महासचिव चौधरी गुड्डू राईन ने बताया कि 11 हवीं मोहर्रम को चांद शाह तकिया तले स्थित इमामबाड़े चांदू मियां का ताजिया सुबह दस बजे पहुंचेगा।

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