बच्चों के लाए पानी से बनता मिड-डे मील का खाना

संवाद सूत्र अमौली सरकार भले ही परिषदीय विद्यालयों में सुविधाओं को लेकर चितित हो यहां अधिकारियों और कर्मचारी इसे लेकर तनिक भी गंभीर नहीं है। इसी का नतीजा है कि अमौली विकास खंड के दो प्राथमिक विद्यालयों पिछले चार साल से हैंडपंप ठूठ बने खड़े हैं। विद्यालय में पए़ने वाले छात्र बस्ती में दूर लगे हैंडपंप से बोतल में पानी ढो रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Mar 2020 10:43 PM (IST) Updated:Fri, 13 Mar 2020 06:07 AM (IST)
बच्चों के लाए पानी से बनता मिड-डे मील का खाना
बच्चों के लाए पानी से बनता मिड-डे मील का खाना

संवाद सूत्र, अमौली : सरकार भले ही परिषदीय विद्यालयों में सुविधाओं को लेकर चितित हो, लेकिन जिम्मेदार इसके लिए गंभीर नहीं दिख रहे है। इसी का नतीजा है कि अमौली विकास खंड के दो प्राथमिक विद्यालयों में पिछले चार साल से हैंडपंप ठूठ बने खड़े हैं। विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र बस्ती में दूर लगे हैंडपंप से बोतल से पानी भरकर लाते है। स्थितियां इतनी बदतर हो चुकी हैं कि बच्चों के लाए पानी से ही स्कूल का मिड-डे-मील बनता है।

प्राथमिक प्राथिमक विद्यालय भाजीताला में 26 छात्र-छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। विद्यालय परिसर में लगा हैंडपंप चार वर्ष पूर्व पानी छोड़ चुका है। इस कारण रिबोर कराए जाने के लिए विद्यालय की ओर से कई बार लिखा गया। पिछले वर्ष इसका रिबोर कराया भी गया पर वह सफल नहीं हुआ। इसके चलते फिर हैंडपंप को उसी हालत में छोड़ दिया गया। प्रधान राजन यादव ने कहा हैंडपंप का रिबोर सफल नहीं हुआ है। चार साल से खराब पड़ा है। बच्चों को करीब 800 मीटर दूर गांव की बस्ती से पीने के लिए बोतल में पानी लाना पड़ता है। प्राथमिक विद्यालय केवलापुर में में 33 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। यहां पर भी विद्यालय में लगा हैंडपंप एक वर्ष से खराब पड़ा है। छात्रों को 500 मीटर दूर लगे हैंडपंप से बोलत में पीने का पानी लाना पड़ रहा है। कई छात्रों के अभिभावकों ने इस बात को अभिभावक संघ की बैठक में भी उठाया इसके बाद भी कोइे हल नहीं निकल पाया।

================

'हैंडपंप खराब होने की जानकारी मिली है। कुछ दिन पहले ही ग्राम पंचायत गोहरारी का चार्ज मिला है। दोनों इसी ग्राम पंचायत के मजरे हैं। दोनों विद्यालयों के हैंडपंप प्राथमिकता के आधार पर ठीक कराए जाएंगें।' ब्रजेश पटेल ग्राम विकास अधिकारी गोहरारी

chat bot
आपका साथी