‘श्रुति सुनें सबकी व्यथा, छोड़ें ऐसी छाप’

च्श्रुति सुनें सबकी व्यथा छोड़ें ऐसी छापज्

By JagranEdited By: Publish:Sun, 31 Jul 2022 06:55 PM (IST) Updated:Sun, 31 Jul 2022 06:55 PM (IST)
‘श्रुति सुनें सबकी व्यथा, छोड़ें ऐसी छाप’
‘श्रुति सुनें सबकी व्यथा, छोड़ें ऐसी छाप’

‘श्रुति सुनें सबकी व्यथा, छोड़ें ऐसी छाप’

::काव्य गोष्ठी::

जासं, फतेहपुर : शैलेंद्र साहित्य सरोवर की ओर से आयोजित काव्य गोष्ठी में निवर्तमान और नवागंतुक जिलाधिकारी को लेकर कवियों ने काव्यपाठ किया। रवींद्र पाल सिंह कौशल ने पढ़ा ‘श्रुति सुनें सबकी व्यथा, छोड़ें ऐसी छाप। निर्बल की ताकत बनें, हरें जिले के ताप।’, दीपचंद्र गुप्त ने ‘नारी शक्ति अपूर्वा ने किए हैं जनहित काम। श्रुतिजी है स्वागतम्, बढ़े जिले का नाम’ सुनाकर आगत का स्वागत अभिनंदन किया। इसके अलावा आयोजक कवि शैलेंद्र कुमार द्विवेदी ने कोई जाति धर्म हो कोई, किसी राज्य का वासी। सबके लिए पिता सा भारत, यह धरती माता सी। सुनाकर मां भारती का गुणगान किया। शिवसागर साहू, अनिल कुमार तिवारी निर्झल, दिनेश श्रीवास्तव, रवींद्र कुमार तिवारी ने भी काव्य पाठ किया।

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