दर्जा नपं का मिला, पर तीनों गांवों से शहरी सुविधाएं लापता

संवाद सूत्र जहानाबाद नगर पंचायत (नपं) कोड़ा जहानाबाद का हिस्सा बने तीन गांव को शहर का द

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 08:12 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 08:12 PM (IST)
दर्जा नपं का मिला, पर तीनों गांवों से शहरी सुविधाएं लापता
दर्जा नपं का मिला, पर तीनों गांवों से शहरी सुविधाएं लापता

संवाद सूत्र, जहानाबाद : नगर पंचायत (नपं) कोड़ा जहानाबाद का हिस्सा बने तीन गांव को शहर का दर्जा तो मिल गया, पर शहरी सुविधाएं अब तक मयस्सर नहीं हो सकीं। सड़क, बिजली और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं से यहां के लिए यहां के लोग अभी तक वंचित हैं। जहानाबाद नगर पंचायत का क्षेत्र विस्तार कर आसपास के अकबरपुर-नसीरपुर, इब्राहीमपुर टांडा व शाहजहांपुर खालसा-आइमा को अप्रैल 2020 में शामिल किया गया था। यहां के लोगों में विकास की नई उम्मीद जगी थी। शहरी दर्जा मिले डेढ़ वर्ष बीतने के बाद से अब तक गांव में विकास के नाम पर एक भी ईंट नहीं रखी गई है। यहां तक कि पेयजल के लिए पाइप लाइन तक नहीं पहुंची है। इस कारण टोंटी से पानी नहीं मिल पा रहा है। पेयजल के लिए अब भी हैंडपंप ही सहारा हैं। शहरी हुई यहां की बस्तियों में पहुंचते ही गांव में पहुंचने का एहसास होता है। कीचड़, गंदगी, नालियों में सिल्ट व घास यहां की उपेक्षा की कहानी कह रही है। यहां पर कहने को तो सफाईकर्मी तैनाती हैं पर साफ सफाई कभी नहीं होती है।

यह नगर पंचायत से जुड़े और मिला शहरी दर्जा

- अकबरपुर-नसीरपुर, इब्राहीमपुर टांडा, शाहजहांपुर खालसा-आइमा

- तीनों गांव की कुल आबादी - 15 हजार

- तीनों गांव के नगर पंचायत में शामिल होने की तिथि - अप्रैल 2020

जरूरतमंदों को नहीं मिला लाभ

गांव से शहर का दर्जा मिले दो साल होने को जा रहे हैं। शहरी न ग्रामीण किसी आवास योजना में गरीबों को कोई लाभ नहीं मिला है।

- रामबली निषाद इब्राहीमपुर टांडा

अब भी ग्रामीण क्षेत्र की बिजली नहीं मिल रही है। स्ट्रीट लाइट गलियों में नहीं लगाई गई हैं। सिर्फ एक दो बार बल्व बदले गए हैं।

- संतोष यादव अकबरपुर नसीरपुर - शहरी इलाकों में मच्छरों को मारने के लिए दवा का छिड़काव व फागिग कराई जा रही है। पर नई बस्ती में कुछ काम हो रहा है।

- कृष्ण कुमार विश्वकर्मा अकबरपुर नसीरपुर - सफाईकर्मी आते ही नहीं है। यहां कभी सुबह झाड़ू लगाते कोई सफाईकर्मी नहीं मिलेगा। कभी भी देखा जा सकता है।

- गंगाराम निषाद इब्राहीपुर टांडा

जिन तीन गांवों को नगर पंचायत में शामिल किया गया है। शासन से अभी क्षेत्र सीमांकन की प्रति नहीं आ पाई है। इन तीनों गांवों में पांच-पांच सफाईकर्मी सफाई के लिए लगा दिए गए हैं, जो काम कर रहे हैं। गलियों को सैनिटाइज कराया गया है। शासन से जैसे ही सीमांकन की प्रति आएगी, विकास के काम कराए जाएंगे।

- राबिया खातून, अध्यक्ष नगर पंचायत जहानाबाद

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