गन्ना बढ़ा रहा किसानों की आय, खिले चेहरे

जागरण संवाददाता फतेहपुर सहारनपुर गन्ना की खेती करने वाले मवइया समेत आसपास के छह गां

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Nov 2021 05:22 PM (IST) Updated:Wed, 03 Nov 2021 05:22 PM (IST)
गन्ना बढ़ा रहा किसानों की आय, खिले चेहरे
गन्ना बढ़ा रहा किसानों की आय, खिले चेहरे

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सहारनपुर गन्ना की खेती करने वाले मवइया समेत आसपास के छह गांवों के किसानों के लिए यह दीपावली शुभ होगी। कोरोना के चलते दो साल गन्ना की खेती में नुकसान उठा रहे किसानों को इस बार गन्ना का भरपूर मूल्य मिला रहा है। गन्ना की खरीदारी के लिए कई व्यापारी गांव में डेरा डाल दिया है। खेत से किसानों का गन्ना खरीदकर बाहर भेज रहे हैं।

सहारनपुरी गन्ना की खासियत यह है कि यह केवल रस निकालने के काम आता है, न तो यह गन्ना मिल के कांटों में बिकता है और न ही इससे गुड़ बनता है। 30 साल पहले मलवां ब्लाक के मवइया गांव के एक किसान लाल रंग के सहारनपुरी गन्ना की खेती शुरू किया तो क्षेत्र के कोरसम, बांका, बहरौली के दो सौ से अधिक किसान गन्ना की खेती करने लगे। कोरोना के कारण दो वर्ष से किसानों के तैयार गन्ना की बिक्री नहीं हो पा रही थी, जिससे कई किसानों का गन्ना तो खेत में ही सूख गया। छठ पूजा, देवोत्थानी एकादशी और होली में इस गन्ना की मांग बहुत बढ़ जाती है।

छह महीने में तैयार गन्ना

मई माह में सहारनपुरी गन्ना की बुआई होती है, छह माह में तैयार गन्ना की खरीदारी के लिए किसान को कहीं भटकने की जरूरत नहीं होती है। उत्कर्ष कृषक उत्पादक संगठन के सीईओ हरी अवस्थी ने बताया कि हमारे यहां से गन्ना मध्यकापप्रदेश, राजस्थान, बिहार व प्रदेश के झांसी, कानपुर, इटावा, प्रतापगढ़, प्रयागराज आदि जनपदों को जाता है। यहां के व्यापारी गांव आकर खेत से गन्ना खरीद लेते है। इस साल एक बीघा गन्ना की कीमत साठ हजार रुपये मिल रही है। दीपावली और छठ पूजा में होती है ज्यादा खपत

छठ पूजा में हमारे गन्ना की मांग कई प्रांतों से हो जाती है। इस साल 18 बीघे में गन्ना था, दीपावली में ही पूरा गन्ना व्यापारियों ने खरीद लिया, खाली खेत में अब गेहूं या आलू की खेती कर लेंगे।

शिव सिंह गौर, कोरसम सहारनपुरी गन्ना की मांग होली तक रहती है, लेकिन दीपावली व छठ पूजा में ही ज्यादातर खपत हो जाती है। दो साल से नुकसान हो रहा था, इस साल अच्छा फायदा मिला है।

पवन सिंह, कोरसम

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