शव रखने को मांगे पांच डी-फ्रीजर, एसी डेड
जागरण संवाददाता फतेहपुर शहर के एआरटीओ कार्यालय के पास स्थित पोस्टमार्टम हाउस तो आ
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शहर के एआरटीओ कार्यालय के पास स्थित पोस्टमार्टम हाउस तो आलीशान दो मंजिला बिल्डिंग में संचालित है। इसमें पहले और दूसरे तल में छह-छह छोटे-बड़े कमरे हैं, लेकिन गर्मी में शवों की बदबू से कर्मचारियों का जीना दुश्वार है। हालांकि, शवों को रखने के लिए स्वास्थ्य निदेशालय लखनऊ से पांच डी-फ्रीजर की मांग की गई है। कर्मचारियों की सुविधा के लिए लगे तीनों एसी भी पखवाड़े भर से खराब पड़े हैं।
बता दें कि इसके पहले नई तहसील रोड में जेल के पास पोस्टमार्टम हाउस स्थित है। इसके बाद यहां से 18 मई 2017 को एआरटीओ कार्यालय के समीप लाखों कीमत से तैयार दो मंजिला आलीशान बिल्डिंग में पोस्टमार्टम हाउस संचालित हो गया था। पोस्टमार्टम हाउस में 12 कमरे हैं जिसमें बड़े हाल में शवों को रखा जाता है। अज्ञात शवों का 72 घंटे बाद ही पोस्टमार्टम किया जाता है, तब तक शव बदबू देने लगते हैं, जिससे कर्मचारियों में बीमारी फैलने की दहशत बनी हुई है। कर्मचारियों के लिए कक्ष में लगाए गए तीनों एसी डेड पड़े हुए हैं। हालांकि, व्यापार मंडल की ओर से लगवाया गया वाटर कूलर से ठंडा पानी पीने को मिल रहा है। पोस्टमार्टम हाउस प्रभारी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि गर्मी में शवों की काफी बदबू आती है, इसके बावजूद मास्क पहनकर काम किया जा रहा है। शवों से बदबू न आए। इसके लिए पांच डी-फ्रीजर मांगे गए हैं ताकि शवों को जीरो डिग्री तापमान के डी-फ्रीजर में रखा जा सके। खराब एसी को सुधरवाने के लिए कर्मचारियों को बुलवाया गया है।
बारिश के पानी से हो रहा जलभराव
पोस्टमार्टम हाउस परिसर के भीतर समतल जमीन न होने की वजह से बारिश के पानी से जलभराव हो रहा है। इससे शव के साथ आए तीमारदारों व कर्मचारियों को जलभराव की समस्या से रूबरू होना पड़ रहा है। कर्मचारियों ने जमीन समतल करवाने की मांग की है। पोस्टमार्टम हाउस में अज्ञात शवों की बदबू से बचने के लिए स्वास्थ्य निदेशालय लखनऊ से पत्राचार कर डी-फ्रीजर मांगा गया है। डी-फ्रीजर की मांग पूरी होते ही समस्या का निदान हो जाएगा।
डा. राजेंद्र सिंह, सीएमओ।