रोकथाम को हर दिन 2650 टेस्ट, सड़क से घर तक निगरानी
जागरण संवाददाता फतेहपुर कोरोना एक बार फिर बेकाबू हो रहा है इस बार इसे रोकने क
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कोरोना एक बार फिर बेकाबू हो रहा है, इस बार इसे रोकने के लिए फिर से प्रशासनिक मशीनरी तेज हो गई है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड में जहां मोबाइल टीमें लगाकर जांच शुरू कराई गई तो वहीं चार मोबाइल व तीन रैपिड रिस्पांस टीमें गांव-गांव दौड़ाकर गैर राज्यों से लौटे आप्रवासियों की जांच कर रही है। जिले में हर दिन 2650 लोगों की जांच का लक्ष्य तय हुआ लेकिन लखनऊ में जांच का दबाव बढ़ने के कारण तीन दिन बाद ही रिपोर्ट मिल पा रही है।
कोरोना को रोकने के लिए जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी सहित 24 अस्पतालों में जहां जांच की सुविधा शुरू की गयी है तो वहीं दस सचल टीमें लगाकर शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाकों से लेकर गांव तक दौड़ाई जा रही हैं। कंट्रोल रूम में एसडीएम आशीष सिंह को जिम्मेदारी दी गई है, ताकि हर ऐसे संदिग्ध पर नजर रखी जा सके जो गैर राज्य या प्रदेश से लौटा है। पिछले पांच दिन में जिले में मुख्य फोकस टेस्टिंग पर रहा है ताकि अधिक से अधिक कोरोना संक्रमितों को खोजकर उन्हें अलग किया जाए, ताकि संक्रमण थम सके। इस बीच में करीब 13 हजार से अधिक टेस्ट किए गए हैं। एंटीजन का परिणाम तो 30 मिनट में आ जाता है, लेकिन जो नमूने जांच के लखनऊ भेजे जा रहे हैं, वह तीन-तीन दिन तक नहीं आ पा रहे हैं। पांच दिन में जांच और पॉजिटिव केस
दिन का नाम----एंटीजन टेस्ट-------आरटीपीसीआर -------पॉजिटिव
सोमवार-----------1730------------780-----------------14
मंगलवार----------1890-----------810------------------02
बुधवार-------------1860---------850-------------------23
गुरुवार-------------1862---------840-------------------07
शुक्रवार-----------1840---------860------------------19
----------------------------------------- जांच के लिए कहां-कहां फोकस
-रेलवे और बस स्टेशन में लौटने वालों का।
-बाजार के उन दुकानदारों में जहां भीड़ ज्यादा होती।
-गांव में लौटे उन प्रवासियों की जहां बाहर से आएं हैं।
रोकथाम के लिए क्या-क्या हो रहा है
-सड़क पर पुलिस को मास्क चेकिग व शारीरिक दूरी के लिए लगाया गया।
-दफ्तरों में हेल्प डेस्क बनाकर तापमान की जांच कर प्रवेश दिया जा रहा है।
-दफ्तरों में मास्क और सैनिटाइजर को अनिवार्य किया गया गया है।
-अस्पताल समेत बाजार व सार्वजनिक आयोजनों पर शारीरिक दूरी जांच आदि।