लकूला में बजबजातीं गलियां देख हुई दंग

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद लकूला गिहार बस्ती में अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा एवं जनपद की

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 07:04 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 02:28 AM (IST)
लकूला में बजबजातीं गलियां देख हुई दंग
लकूला में बजबजातीं गलियां देख हुई दंग

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : लकूला गिहार बस्ती में अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा एवं जनपद की नोडल अधिकारी आराधना शुक्ला ने गुरुवार शाम निरीक्षण किया। बस्ती में जगह-जगह गंदगी व कीचड़ भरी गलियां देख दंग रह गईं। उन्होंने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी व अन्य अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। एक माह के अंदर व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

नोडल अधिकारी बढ़पुर स्थित मोहल्ला विकास नगर में निरीक्षण करने पहुंची तो गली देखकर वह बिफर पड़ीं। यहां पर पहले से ही सफाई कराकर चूना डाला गया था। लोगों ने नक्शे के विपरीत मकानों का निर्माण कराया है। कई मकानों के गलत तरीके से छज्जे निकाले गए और कई लोगों ने सड़क पर ही सीढि़यां बना लीं। गली में मकान बनाते समय फाउंडेशन का भी ध्यान नहीं रखा गया। सिटी मजिस्ट्रेट अशोक मौर्या से कहा कि शहर में अभियान चलाकर ऐसे मकानों को चिह्नित करें और अमानक निर्माण तुड़वाने की कार्रवाई करें। इसी बीच कुछ लोगों ने उन्हें बताया कि शहर में कई मोहल्ले ऐसे हैं, जहां गंदगी के अंबार हैं। नगर पालिका द्वारा कई वर्ष बीतने के बाद भी गलियां व नालियां नहीं बनाई गई हैं। इससे क्षेत्र के बाशिदे बीमार रहते हैं। इस पर वह लकूला गिहार बस्ती पहुंची। यहां सबसे पहले उनकी नजर नाले पर पड़ी। नाले की स्थिति देख उनका पारा चढ़ गया। इसी बीच एक महिला ने शिकायत की कि कुछ दिन पूर्व उसका बच्चा इस नाले में गिर गया था, किसी तरह उसकी जान बच सकी। शिकायत करने के बाद भी कोई व्यवस्था नहीं की गई। नोडल अधिकारी के सामने ही कुछ सफाई कर्मी सड़क किनारे झाड़ू लगा रहे थे। धूल उड़ने पर झाड़ू लगाने से मना किया गया और कहा कि सफाई व्यवस्था सामने है, अब काम करने का कोई फायदा नहीं। गिहार बस्ती में अंदर जाकर देखा तो स्थिति और खराब थी। उन्हें स्वयं कीचड़ भरी गलियों से गुजरना पड़ा। इस पर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की फटकार लगाई और शीघ्र ही गलियों व नालियों का निर्माण कराने को कहा गया। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह, सीडीओ डॉ. राजेंद्र पैंसिया, एसडीएम अनिल कुमार, ईओ रविद्र कुमार, सीओ सिटी मन्नीलाल गौड़ आदि मौजूद रहे।

गिहार बस्ती के बाशिदे शिक्षा से कोसों दूर

गिहार बस्ती में महिलाओं ने नोडल अधिकारी को बताया कि तत्कालीन जिलाधिकारी ने बस्ती के बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए वैकल्पिक सेंटर चालू कराया था। जिसमें भवन बनाया गया था। लंबे समय से सेंटर बंद चल रहा है। वह लोग भी चाहते हैं कि उनके बच्चे शिक्षा प्राप्त करें। लोगों ने कहा कि करीब दस माह से नगर पालिका की जलापूर्ति नहीं हो रही। वह लोग काफी देर से पीने का पानी लेने जाते हैं। रोजगार के लिए प्रधानमंत्री द्वारा चलाई गई योजना में उनके यहां किसी व्यक्ति को लाभ नहीं दिया गया। उन लोगों के पास न तो रोजगार है और न अच्छे मकान। बस्ती के अधिकांश लोग बीमार रहते हैं। साफ सफाई समय से नहीं होती। पालिका कर्मी सड़क किनारे ही दवाइयों का छिड़काव कर पल्ला झाड़ लेते हैं। स्वास्थ्य टीम भी इलाज को नहीं आती।

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