राहगीरों के लिए उपयोगी साबित नहीं हुए रेलवे के सब-वे

रेलवे क्रासिग गेट बंद कर सब-वे बनाने का अभियान चला रही है। एक सब-वे के निर्माण में करीब एक करोड़ रुपये का खर्च आता है। हकीकत यह है कि जनपद में अभी तक बने सब-वे आम आदमी के लिए उपयोगी साबित नहीं हुए। अधिकांश समय जलभराव रहने से रास्ता बंद हो जाता है। मजबूरन लोग कई किलोमीटर घूमकर निकलते हैं अथवा रेलवे लाइन के ऊपर से बाइकें निकालते हैं। बारिश न होने के बावजूद मोहल्ला बढ़पुर स्थित सब-वे में पानी भरा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Oct 2019 10:35 PM (IST) Updated:Tue, 15 Oct 2019 06:03 AM (IST)
राहगीरों के लिए उपयोगी साबित नहीं हुए रेलवे के सब-वे
राहगीरों के लिए उपयोगी साबित नहीं हुए रेलवे के सब-वे

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : रेलवे क्रासिग गेट बंद कर सब-वे बनाने का अभियान चला रही है। एक सब-वे के निर्माण में करीब एक करोड़ रुपये का खर्च आता है। हकीकत यह है कि जनपद में अभी तक बने सब-वे आम आदमी के लिए उपयोगी साबित नहीं हुए। अधिकांश समय जलभराव रहने से रास्ता बंद हो जाता है। मजबूरन लोग कई किलोमीटर घूमकर निकलते हैं अथवा रेलवे लाइन के ऊपर से बाइकें निकालते हैं। बारिश न होने के बावजूद मोहल्ला बढ़पुर स्थित सब-वे में पानी भरा है।

जनपद में छह सब-वे बन चुके हैं। शहर क्षेत्र में ही मोहल्ला बढ़पुर व खंदिया के सामने सब-वे बने हैं। दोनों सब-वे में अधिकांश समय पानी भरा रहता है। बढ़पुर सब-वे के ऊपर टीनशेड भी लगा दिया गया, इसके बावजूद पानी नहीं रुक सका। तीन साल पहले बढ़पुर स्थित सब-वे में भरे पानी में डूबकर एक युवक की मौत भी हो चुकी है। रेलवे का दावा था कि सब-वे में वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाए गए हैं, जिससे जमीन पानी सोख लेगी। इस वायदे पर भी रेलवे खरी नहीं उतर सकी। सब-वे नागरिकों के लिए बवालेजान बने हैं। मोहम्मदाबाद-संकिसा मार्ग पर बनाए गए सब-वे को लेकर नागरिकों ने आंदोलन भी किया था, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। गांव बहादुर नगला की क्रासिग गेट बंद होते ही वहां भी बड़े वाहनों का पास होना मुश्किल हो जाएगा। मालगोदाम प्लेटफार्म भी सीधा न हो सका

रेलवे स्टेशन पर मालगोदाम के प्लेटफार्म का निर्माण चल रहा है। प्लेटफार्म तिरछा होने के कारण मालगाड़ियों को खड़ा करने में परेशानी हो रही है। एक बार मालगाड़ी के पहिए नीचे उतर चुके हैं। रेलवे अधिकारियों ने मालगोदाम प्लेटफार्म सीधा करने की गत माह कवायद की थी, लेकिन सफल नहीं हुए। एक करोड़ से अधिक रुपया खर्च होने के बावजूद समस्या जहां की तहां बनी रही। बैठक में सांसद उठा चुके हैं मुद्दा

पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर बरेली मंडल के पीआरओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि हाल ही में रेलवे अधिकारियों व सांसदों के साथ बैठक हुई थी। जिसमें फर्रुखाबाद के सांसद मुकेश राजपूत ने सब-वे में पानी भरने की समस्या उठाई थी। अधिकारी इस समस्या पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। शीघ्र ही कोई निर्णय लिया जाएगा।

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