गोवंश को निराश्रित छोड़ने वालों पर शिकंजे की तैयारी

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिलाधिकारी मोनिका रानी ने शुक्रवार को निराश्रित गोवंश प्रबंधन

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jan 2019 10:32 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jan 2019 10:32 PM (IST)
गोवंश को निराश्रित छोड़ने वालों पर शिकंजे की तैयारी
गोवंश को निराश्रित छोड़ने वालों पर शिकंजे की तैयारी

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिलाधिकारी मोनिका रानी ने शुक्रवार को निराश्रित गोवंश प्रबंधन व चारागाह की व्यवस्था संबंध में कायमगंज, शमसाबाद एवं राजेपुर ब्लाक की प्रगति समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सभी लेखपालों व ग्राम पंचायत सचिवों को निर्देश दिए कि शनिवार शाम तक दूध निकाल कर गायों को निराश्रित छोड़ने वालों की सूची बनाकर प्रस्तुत करें। पहले पांच निराश्रित गोवंश मुक्त गांवों को दो लाख रुपये के इनाम की भी घोषणा की गई। उन्होंने कहा कि निराश्रित गोवंश से किसानों की फसल नष्ट होने की शिकायतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि हर ग्रामपंचायत में अस्थाई टीन-शेड बनवाकर निराश्रित गोवंश की व्यवस्था सुनिश्चित करें। वहां पर्याप्त चारा-पानी की व्यवस्था की जाए। इसके लिए प्रधान की अध्यक्षता में 10-12 सभ्रांत लोगों की एक समिति गठित की जाए। रखे गए निराश्रित पशुओं की दैनिक रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में गोवंश को छोड़ने वाले पशुपालकों पर एक हजार रुपये का जुर्माना का प्रस्ताव पारित किया जाए और जुर्माना शुल्क का अलग रजिस्टर बने व इसकी मुनादी भी कराई जाए। उन्होंने कहा कि अस्थाई बाड़ा बनवाने को ग्रामों में बनी सरकारी जर्जर भवन व चरागाह की भूमि का ही उपयोग किया जाए। रात में गोवंश को छोड़ कर जाने वाले वाहनों को पकड़ कर कम से कम 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाए। ग्राम मिस्तनी में कटरी की खाली पड़ी जमीन के चारों ओर बेरीकेडिंग कराकर निराश्रित गोवांश के लिए अस्थाई बाड़े की व्यवस्था करने को कहा। जिला पंचायतराज अधिकारी को बैठक से अनुपस्थित प्रधानों के विरुद्ध नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बूथों पर सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश

जिलाधिकारी ने लेखपालों, सचिवों व ग्राम प्रधानों को निर्देश दिए कि मतदान बूथों का निरीक्षण कर वहां शौचालय, रैंप, पेयजल, विद्युत, भवन मरम्मत आदि सुविधाओं को पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।

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