डीएम के आदेश पर भी खतौनी में गल्तियों की भरमार
जिलाधिकारी ने खतौनी में किसानों के नाम गलत दर्ज न करने व नामांतरण में हीलाहवाली नहीं किए जाने की हिदायत दे रखी है। इसके बावजूद राजस्व कर्मी बाज नहीं आ रहे हैं। नतीजतन लोगों को भटकना पड़ रहा है और उनसे वसूली होती है। मंगलवार को सदर तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में कई ऐसे मामले आए जिनमें नाम का गलत इंद्राज किया गया। कई लोगों ने नामांतरण में हीलाहवाली करने की शिकायतें कीं। एसडीएम ने इन मामलों में कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिलाधिकारी ने खतौनी में किसानों के नाम गलत दर्ज न करने व नामांतरण में हीलाहवाली नहीं किए जाने की हिदायत दे रखी है। इसके बावजूद राजस्व कर्मी बाज नहीं आ रहे हैं। नतीजतन लोगों को भटकना पड़ रहा है और उनसे वसूली होती है। मंगलवार को सदर तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में कई ऐसे मामले आए, जिनमें नाम का गलत इंद्राज किया गया। कई लोगों ने नामांतरण में हीलाहवाली करने की शिकायतें कीं। एसडीएम ने इन मामलों में कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
तहसील सदर के गांव नगला सूदन निवासी रामशरण ने प्रार्थनापत्र दिया कि उनकी माता का नाम खतौनी में गलत इंद्राज कर दिया गया। उसे संशोधित किया जाए। एसडीएम ने सात दिन में आख्या मांगी है। गांव नथुआपुर निवासी वीरपाल सिंह ने शिकायत की कि लेखपाल ने भूमि उनके नाम दर्ज करने के लिए पत्रावली कंप्यूटर कक्ष में नहीं दी। उनके गांव के हाकिम सिंह, रामकिशोर, कमलेश आदि भी इसी समस्या से परेशान हैं। गांव ईशापुर निवासी मनसुख ने कहा कि उन्हें पट्टे पर भूमि मिली है। राजस्व रिकार्ड में उनका व पत्नी का नाम भी दर्ज है, लेकिन उन्हें कब्जा नहीं करने दिया जा रहा। गांव तेरा निवासी देवेंद्र कुमार ने भी पट्टे की भूमि पर कब्जा न मिलने की शिकायत की। गांव फतेहउल्लापुर निवासी सुखचरन ने खतौनी में पिता का नाम गलत हो जाने की शिकायत की। गांव गदनपुर तुर्रा निवासी शिवमंगल सिंह, सलेमपुर रतन निवासी जनार्दन आदि ने भी समस्याओं के निस्तारण के लिए फरियाद की। कुल 122 मामले आए जिनमें 13 मामलों का निस्तारण कर दिया गया। मोहम्मदाबाद के क्षेत्राधिकारी राजवीर सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।