आवास बना नहीं, लेकिन आ गई सरकारी बधाई

संवाद सहयोगी कायमगंज नगर के मुहल्ला बगिया मंगूलाल की निर्धन महिला का प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास स्वीकृत हो गया लेकिन बना नहीं। महिला तब परेशान हो गई जब शासन से आए पत्र में उसे आवास बनने पर बधाई दी गई। उसे आशंका है कि कहीं कागजों में ही उसका आवास बनने की खानापूरी तो नहीं हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 Oct 2019 10:23 PM (IST) Updated:Fri, 11 Oct 2019 06:08 AM (IST)
आवास बना नहीं, लेकिन आ गई सरकारी बधाई
आवास बना नहीं, लेकिन आ गई सरकारी बधाई

संवाद सहयोगी, कायमगंज : नगर के मुहल्ला बगिया मंगूलाल की निर्धन महिला का प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास स्वीकृत हो गया, लेकिन बना नहीं। महिला तब परेशान हो गई, जब शासन से आए पत्र में उसे आवास बनने पर बधाई दी गई।

नगर के मुहल्ला बगिया मंगूलाल निवासी बालकराम की पत्नी मुन्नी ने पीएमएवाई (यू) योजना के तहत तीन वर्ष पहले आवेदन किया था। बताया गया कि उसका आवास स्वीकृत हो गया। तभी से वह आवास के लिए धन आवंटन की आस लगाए थीं, लेकिन न धन आया, न आवास बना। टूटे फूटे घर में गुजारा कर रही महिला की बेचैनी तब बढ़ गई, जब पिछले दिनों उसे डाक द्वारा भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय से पत्र मिला। जिसमें उसे उक्त योजना का आवास बनाने पर बधाई दी गई। साथ ही नए बने घर में स्वच्छता रखने के लिए साफ सफाई के निर्देशों के साथ अवगत कराया गया कि स्वच्छ घर को एवार्ड दिया जाएगा, जिसके लिए आनलाइन आवेदन का तरीका बताया गया। महिला ने जानकार लोगों को पत्र दिखाया तो उसे बताया गया कि इस पत्र के मुताबिक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत तुम्हारा मकान तो बनने की जानकारी है। जबकि महिला का घर टूटा फूटा पड़ा है। महिला परेशान है कि आखिर यह माजरा क्या है। नगर पालिका कार्यालय गई, वहां भी किसी ने सही स्थिति नहीं बताई।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

नगर पालिका के कार्यालय अधीक्षक आरबी यादव ने बताया कि इस योजना में नगर पालिका से सिर्फ आवेदन भेजे जाते हैं। क्रियान्वयन डूडा कार्यालय से होता है। डूडा के परियोजना अधिकारी जय विजय सिंह ने बताया कि वह लखनऊ में हैं। वस्तुस्थिति तो अभिलेख देखकर ही बता सकेंगे। महिला का आवास स्वीकृत हुआ होगा। स्वीकृति होने के कारण ही बधाई व एवार्ड का संदेश आया होगा।

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