जलस्तर कम होने के बाद भी कटान तेज

संवाद सहयोगी अमृतपुर गंगा का जलस्तर कम होने के बाद भी हरसिंहपुर कायस्थ व तीसराम की मड़ैया गांव में कटान होने से ग्रामीण भयभीत हैं। गांव में बाढ़ का पानी भरा होने से ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है। तेज धूप ने बाढ़ प्रभावित गांव के लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Sep 2019 10:39 PM (IST) Updated:Sat, 14 Sep 2019 06:25 AM (IST)
जलस्तर कम होने के बाद भी कटान तेज
जलस्तर कम होने के बाद भी कटान तेज

संवाद सहयोगी, अमृतपुर : गंगा का जलस्तर कम होने के बाद भी हरसिंहपुर कायस्थ व तीसराम की मड़ैया गांव में कटान होने से ग्रामीण भयभीत हैं। गांव में बाढ़ का पानी भरा होने से ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है। तेज धूप ने बाढ़ प्रभावित गांव के लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी है।

गंगा का जलस्तर 15 सेंटीमीटर घटकर 136.40 मीटर पर पहुंच गया है। नरौरा बांध से गंगा में 42381 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रामगंगा का जलस्तर 134.75 मीटर पर स्थिर है। खोह हरेली रामनगर से रामगंगा में 11781 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा का जलस्तर कम होने के बाद भी तटवर्ती गांव के लोगों की मुसीबतें कम नहीं हुई हैं। हरसिंहपुर कायस्थ व तीसराम की मड़ैया गांव में गंगा की धार से कटान हो रहा है। हरसिंहपुर कायस्थ गांव के महाराम, तारावती, धनीराम, रामौतार, नेकराम, गंगा सिंह, सुधीर के मकान के करीब गंगा की धार से कटान हो रहा है। जिससे ग्रामीण भयभीत हैं। गांव की कई झोपड़ियों में बाढ़ का पानी भर जाने से ग्रामीण पालीथिन के नीचे परिवार के साथ गुजर कर रहे हैं। गांव में बाढ़ का पानी भरा होने व तेज धूप निकलने से उमस भरी गर्मी ने पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। गांव में बाढ़ का पानी भरा हुआ है, ग्रामीण बाढ़ के पानी से निकलने को मजबूर हैं। तहसीलदार प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि जलस्तर कम होने से हरसिंहपुर कायस्थ गांव से बाढ़ का पानी निकलने लगा है और कटान भी कम हो गया है।

chat bot
आपका साथी