जिले को 'ओडीएफ' करने को 168 करोड़ की दरकार

- 1.40 लाख शौचालय और बनेंगे - अब तक खर्च हो चुके 178 करोड़ जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : ज

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Mar 2017 07:22 PM (IST) Updated:Sat, 25 Mar 2017 07:22 PM (IST)
जिले को 'ओडीएफ' करने को 168 करोड़ की दरकार
जिले को 'ओडीएफ' करने को 168 करोड़ की दरकार

- 1.40 लाख शौचालय और बनेंगे

- अब तक खर्च हो चुके 178 करोड़

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जनपद को खुले में शौचमुक्त 'ओडीएफ' करने के लिए अभी 1.40 लाख स्वच्छ शौचालय और बनाए जाने हैं। शासन की ओर से जनपद को 'ओडीएफ' करने के लिए 31 दिसंबर की अंतिम तिथि निर्धारित कर दी गई है। इसके लिए जनपद को 168 करोड़ से अधिक की धनराशि की जरूरत होगी।

पंचायतराज विभाग में उपलब्ध बेसलाइन सर्वे के आंकड़ों के अनुसार जनपद के ग्रामीण क्षेत्र में कुल 2,88,568 घर हैं। इनमें से 1,48,323 में शौचालय उपलब्ध हैं। जबकि अभी 1,40,245 घरों में स्वच्छ शौचालय का निर्माण कराया जाना है। प्रति शौचालय 12 हजार के अनुदान की दर से जनपद को लगभग 168 करोड़ के अनुदान की आवश्यकता होगी। विदित है कि निर्मल भारत अभियान वर्ष 2012 से ही संचालित है। वर्ष 2014 में केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान के तहत गंगा किनारे के गांवों को ओडीएफ किए जाने के अभियान में तेजी आई। अब तक जनपद में पंचायतराज विभाग की ओर से लगभग 178 करोड़ रुपये की धनराशि स्वच्छता व शौचालयों की मद में खर्च की जा चुकी है।

जिला पंचायतराज अधिकारी गिरीश चंद्र ने बताया कि शनिवार को हुई वीडियो कांफ्रेंसिग के दौरान शासन से निर्देश मिले हैं कि सभी शौचालयों पर यूनिक आईडी नंबर डाला जाएगा। इसमें विलेज कोड के अलावा लाभार्थी का क्रमांक भी शामिल रहेगा। शौचालयों का सत्यापन कौशल विकास मिशन की टीम से कराया जाएगा। प्रचार प्रसार के लिए सूचना, शिक्षा व संप्रेषण(आईईसी) फंड का उपभोग किया जाए। निर्माण में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए और निर्माण सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। राज मिस्त्रियों को प्रशिक्षित किया जाए।

कैसे तैयार होंगे प्रतिदिन 500 शौचालय

फर्रुखाबाद : शासन की ओर से निर्धारित 31 दिसंबर 2017 के लक्ष्य के अनुसार जनपद में आगामी नौ माह के भीतर 1,40,245 शौचालयों का निर्माण किया जाना है। प्रतिमाह 15,582 यानी लगभग पांच सैकड़ा शौचालय प्रतिदिन से कम बने तो लक्ष्य पूरा नहीं हो सकेगा। यदि सभी निर्माण सामग्री साइट पर उपलब्ध हो तो मानक के अनुरूप दो गड्ढे के एक शौचालय निर्माण के लिए एक राज व दो मजदूरों को तीन दिन तक काम करना होगा। अर्थात लगभग डेढ़ हजार प्रशिक्षित राज मिस्त्री बिना किसी अवकाश के नौ माह तक काम करें, तभी निर्धारित समय सीमा में इतने शौचालय बन सकते हैं। जाहिर है कि जनपद में इतने प्रशिक्षित राज उपलब्ध ही नहीं हैं। इसके लिए नए सिरे से राज मिस्त्रियों का प्रशिक्षण कराना होगा।

यह है जनपद में शौचालयों की स्थिति

ब्लाक - हाउसहोल्ड - आच्छादित - अवशेष

बढ़पुर - 34496 - 21199 - 13297

कायमगंज - 43984 - 21037 - 22947

कमालगंज - 51923 - 31669 - 20254

मोहम्मदाबाद- 47229 - 19811 - 27418

नवाबगंज - 27311 - 12968 - 14343

राजेपुर - 41080 - 18283 - 22797

शमसाबाद - 42545 - 23356 - 19189

कुल - 288568 - 148323 - 140245

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