पुण्यतिथि पर संतों को दी गई श्रद्धांजलि

By Edited By: Publish:Thu, 31 Jul 2014 12:00 AM (IST) Updated:Thu, 31 Jul 2014 12:00 AM (IST)
पुण्यतिथि पर संतों को दी गई श्रद्धांजलि

अयोध्या: रामनगरी की पहचान से जुड़े दो दिग्गज संतों को पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

प्रतिष्ठित पीठ सियाराम किला पर आश्रम के संस्थापक एवं सिद्धि-साधना के सिरमौर स्वामी जानकीशरण 'झुनकी बाबा' को नमन किया गया। मौका उनकी 19वीं पुण्यतिथि का था। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में मणिरामदास जी की छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास, राजगोपाल मंदिर के महंत कौशलकिशोरशरण फलाहारी, मणिरामदास जी की छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयनदास, रामवल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास, जानकी घाट बड़ा स्थान के महंत जन्मेजयशरण, हनुमानगढ़ी की उज्जैनिया पट्टी के महंत संतरामदास, महंत मनमोहनदास, महंत रामकुमारदास, बाबा शिवशंकर दास, नगरपालिका की स्वास्थ्य समिति के चेयरमैन पुजारी रमेशदास, महंत बृजमोहनदास आदि सहित सैकड़ों की संख्या में संत-महंत रहे। झुनकी बाबा की परंपरा के उत्तराधिकारी एवं सियाराम किला के महंत करुणानिधानशरण एवं रामकथा मर्मज्ञ प्रभंजनानंदशरण ने अतिथियों के प्रति आभार ज्ञापित किया तथा झुनकी बाबा द्वारा स्थापित साधना परंपरा को आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया। महंत करुणानिधानशरण ने कहा कि झुनकी बाबा 'सत्यं ब्रह्मा जगत् मिथ्या' की अलख जगाने वाले अग्रणी आचार्य थे, आज भी आश्रम इस परंपरा का निर्वाहक है और प्रत्येक अवसर पर ब्रह्मा की सत्यता स्थापित करने की कोशिश होती है।

मंदिर आंदोलन के शलाका पुरुष महंत रामचंद्रदास को 10वीं पुण्यतिथि पर दिगंबर अखाड़ा में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर महंत नृत्यगोपालदास ने कहा कि राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण ही परमहंस जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने संतोष जताया कि परिस्थितियां मंदिर निर्माण के अनुकूल बन रही हैं और संतों की पहल के बाद वह दिन दूर नहीं जब राम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण होगा। इस दौरान परमहंस की सरयू तट पर स्थित समाधि की उपेक्षा का भी सवाल मुखर हुआ। परमहंस के उत्तराधिकारी महंत सुरेशदास ने बताया कि संतों की जल्दी ही बैठक कर परमहंस की समाधि को गरिमा के अनुरूप विकसित करने की योजना पर अमल किया जाएगा। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में महंत कमलनयनदास, अधिकारी राजकुमारदास, महंत जन्मेजयशरण, महंत नारायणाचारी, महंत रामदिनेशाचार्य, महंत बृजमोहनदास, पुजारी रमेशदास, विहिप के केंद्रीय संयुक्त मंत्री पुरुषोत्तमनारायण सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता हरिशंकर सिंह, विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा, महंत रामकुमारदास, भाजपा नेता धर्मेद्र प्रताप सिंह टिल्लू, बजरंग दल के विभाग संयोजक राजूदास आदि प्रमुख रहे।

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