बवंडर के बाद सेवानिवृत्त कर शिक्षिका के वेतन खाते पर रोक

बीएसए ने एबीएसए से मांगा स्पष्टीकरण बॉब के वेतन एकाउंट से धन निकासी पर लगाई रोक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 09 Jun 2020 11:01 PM (IST) Updated:Tue, 09 Jun 2020 11:01 PM (IST)
बवंडर के बाद सेवानिवृत्त कर शिक्षिका के वेतन खाते पर रोक
बवंडर के बाद सेवानिवृत्त कर शिक्षिका के वेतन खाते पर रोक

अयोध्या: बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षिका सीमा खान को लेकर उठे बवंडर के बाद एबीएसए रमाकांत मौर्य ने उसे सेवानिवृत्त कर दिया। सेवानिवृत्ति की सूचना के लिए शिक्षिका के स्थायी पता बदायूं जिला के लिए रजिस्टर्ड डाक से पत्र भेजा गया है।

चौरेबाजार स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में शिक्षिका के वेतन खाते से धन निकासी पर रोक लगा दी गयी है। एबीएसए ने कहा, दो महीने का वेतन उसे जमा कराने का निर्देश दिया गया है। एबीएसए ने फिर इसे मानवीय चूक करार दिया। कहा, जिस लिपिक का पटल है, जनवरी में उसने प्रभार संभाला है। जानकारी न होने से यह चूक हुई। वर्ष 2016 की शिक्षिका की तैनाती बताई। वहीं बीएसए संतोषकुमार देव पांडेय ने कहा कि उन्होंने शिक्षिका को सेवानिवृत्त न किए जाने को लेकर एबीएसए से स्पष्टीकरण मांगा है। जवाब तीन दिन में देना होगा।

शिक्षिका सीमा खान बीकापुर के प्राथमिक विद्यालय बिलारी में तैनात थी। 31 मार्च 2020 को उसे सेवानिवृत्त किया जाना था। सेवानिवृत्त न कर विभाग ने ड्यूटी करा अप्रैल व मई का उसे वेतन भी दे दिया। दैनिक जागरण ने नौ जून के अंक में जब इसका खुलासा किया तो संबंधित शिक्षिका को सेवानिवृत्ति की सूचना रजिस्ट्री से भेजने व स्पष्टीकरण के बारे में बताने के लिए बीएसए व एबीएसए दोनों सामने आए। दोनों ने इसे मानवीय चूक बताया लेकिन सेवानिवृत्ति से छह महीने पहले संबंधित शिक्षिका को सूचना न देने के सवाल पर ठोस वजह न बता सके।

अपनी कार्यशैली से सुर्खियों में रहना बेसिक शिक्षा विभाग के लिए नई बात नहीं। कई महीने पहले वह शिक्षकों को आयकर का लाभ दिलाने को लेकर भी सुर्खियों में रहा है। 'जागरण' ने ही इसका भी खुलासा किया था। खबर प्रकाशन के बाद हरकत में आए आयकर विभाग की सख्ती के बाद वित्त एवं लेखाधिकारी को बीमारी के प्रमाणपत्र के आधार पर दिए गए लाभ की धनराशि शिक्षकों से जमा करानप पड़ी थी।

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