डीएम की कसौटी पर खरे नहीं उतरे नपाप के प्रस्ताव
रुदौली (फैजाबाद) : नगरपालिका की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई। नपाप की कार्य प्रणाल
रुदौली (फैजाबाद) : नगरपालिका की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई। नपाप की कार्य प्रणाली पर खुद डीएम ने असंतोष जताया। नगर पालिका की तरफ से 14वें वित्त के तहत भेजे गए कार्य प्रस्ताव डीएम की कसौटी पर खरे नहीं उतर सके। डीएम ने प्रस्ताव को वापस करते हुए सुझाव भी दिया है। प्रस्ताव वापस आने से नपाप की जमकर किरकिरी हो रही है। नगर पालिका में 14वें वित्त के प्रस्ताव के लेकर चर्चाएं भी आम है। बताते चलें कि नगर पालिका ने 14वें वित्त आयोग के तहत 12 कार्यों का प्रस्ताव डीएम को भेजा था। 12 कार्यों में पांच कार्य महज कब्रिस्तान की चहारदीवारी के रहे। 12 कार्यों की अनुमानित लागत लगभग एक करोड़ 44 लाख 75 हजार रुपये बताई गई। इनमें कब्रिस्तान की चहरदीवारी के लिए ही लगभग 95 लाख रुपये का प्रस्ताव किया गया।
डीएम डॉ. अनिल पाठक ने प्रस्ताव पर कड़ी नाराजगी जताई। डीएम ने अधिशासी अधिकारी को सुझाव देते हुए कहा कि पहले मूलभूत सुविधाओं से संबधित बेहद जनकल्याणकारी योजनाओं के कार्यों का प्रस्ताव दिया जाय। डीएम ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय, पेयजल व नाली निर्माण से संबधित कार्यों का प्रस्ताव मांगा। साथ ही नगर को ओडीएफ बनाने पर जोर दिया। अधिशासी अधिकारी श्यामेंद्र मोहन चौधरी ने प्रस्ताव वापस आने की पुष्टि करते हुए बताया कि अब डीएम के सुझावों पर अमल करते हुए प्रस्ताव पुन: भेजा जाएगा।