मुस्लिमों ने सौंपा राममंदिर का समर्थन पत्र

न है-कट्टरता नहीं। अंत में कहा गया है कि भारतीय मुसलमान तो मंदिर निर्माण के पक्ष में है परंतु आयतित घुसपैठिए मुस्लिम ही भारतीय मुस्लिमों को भड़काकर कट्टरता फैला रहे हैं। सोशल फोरम के सदस्यों ने रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास एवं अदालत में रामलला के सखा त्रिलोकीनाथ पांडेय से भी भेंट की। यह दल देर शाम बाबरी मस्जिद के पक्षकार मो. इकबाल से भी भेट कर सकता है। फोरम के संयोजक के साथ इस

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Apr 2019 11:10 PM (IST) Updated:Wed, 03 Apr 2019 11:10 PM (IST)
मुस्लिमों ने सौंपा राममंदिर का समर्थन पत्र
मुस्लिमों ने सौंपा राममंदिर का समर्थन पत्र

अयोध्या : बुधवार को अपराह्न सुन्नी सोशल फोरम के दो दर्जन प्रतिनिधि राममंदिर का समर्थन पत्र लेकर रामनगरी पहुंचे। फोरम के संयोजक ठाकुर राजा रईस ने दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेशदास को समर्थन पत्र सौंपते हुए बताया कि मंदिर के समर्थन में 65 मुस्लिमों ने पत्र लिखा है और निकट भविष्य में यह संख्या हजारों में हो सकती है। पत्र में कहा गया है कि 1441 वर्ष पूर्व जब यहां इस्लाम मजहब नहीं था। तब भगवान श्रीराम ही हमारे पूर्वज थे। पत्र में यह नारा भी दिया गया है कि सनातन सत्य है। सत्य ही ईमान है, ईमान ही मुकम्मल मुसलमान है, कट्टरता नहीं।

कहा गया है कि भारतीय मुसलमान तो मंदिर निर्माण के पक्ष में है, परंतु आयतित घुसपैठिए मुस्लिम ही भारतीय मुस्लिमों को भड़काकर कट्टरता फैला रहे हैं। सोशल फोरम के सदस्यों ने रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास एवं अदालत में रामलला के सखा त्रिलोकीनाथ पांडेय से भी भेंट की। यह दल देर शाम बाबरी मस्जिद के पक्षकार मो. इकबाल से भी भेंट कर सकता है। फोरम के संयोजक के साथ इस दल का नेतृत्व सह संयोजक वसी हैदर ने किया। दल के सदस्यों ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच से जुड़े डॉ. अनिल सिंह के साथ रामनगरी का भ्रमण किया।

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