संगीतज्ञ मन्नूलाल को दी गई श्रद्धांजलि

फैजाबाद : संगीत साधक मन्नूलाल की कीर्ति जिले ही नहीं बल्कि जहां भी उनके शिष्य हैं, वहां तक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Aug 2018 12:01 AM (IST) Updated:Tue, 07 Aug 2018 12:01 AM (IST)
संगीतज्ञ मन्नूलाल को दी गई श्रद्धांजलि
संगीतज्ञ मन्नूलाल को दी गई श्रद्धांजलि

फैजाबाद : संगीत साधक मन्नूलाल की कीर्ति जिले ही नहीं बल्कि जहां भी उनके शिष्य हैं, वहां तक व्याप्त है। उनके शिष्य जहां भी अपने स्वर का जादू बिखेरेंगे, वहां उनकी उपस्थिति का आभास सदा होगा। यह विचार आचार्य मिथिलेश नंदिनी शरण ने दिवंगत संगीतगुरु मन्नूलाल व उनके शिष्य अंकित सलूजा के निधन पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में व्यक्त किए। श्रद्धांजलि सभा, अश्वनीपुरम स्थित नटराज संगीत महाविद्यालय में आयोजित की गई थी।

सभा में साकेत महाविद्यालय के ¨हदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. जनार्दन उपाध्याय ने कहाकि उनका जीवन संगीत पर केंद्रित था। वह जब मिलते थे, तब संगीत की ही चर्चा करते थे। डॉ. जगन्नाथ त्रिपाठी जलज ने उनकी प्रस्तुतियों से जुड़ी संगीत गोष्ठियों और समारोहों की चर्चा की। डॉ. परेश पांडेय ने कहाकि अपनी विज्ञता का प्रदर्शन उनकी प्रवृत्ति नहीं थी। अधिवक्ता शंभूनाथ खन्ना ने कहाकि मन्नूलाल ने अपना जीवन संगीत को समर्पित कर दिया था। संत एमबी दास ने उनकी सरलता-सहजता व उनके संगीत ज्ञान पर प्रकाश डाला। सभा के संयोजक संगीत महाविद्यालय के केंद्र व्यवस्थापक पं. देवप्रसाद पांडेय ने कहाकि संगीत के प्रति उनका समर्पण सभी संगीत के विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है। सभा के अंत में दो मिनट का मौन रख कर संगीत गुरु व उनके शिष्य को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर जीआइसी के प्रधानाचार्य डॉ. रमेश चंद्र श्रीवास्तव, कुशल उपाध्याय, सत्य प्रकाश मिश्र, उस्मित ¨सह, शिव कुमार तिवारी, पंकज मिश्र, आशा ¨सह, कौशल कुमार उपाध्याय, राजनारायण अग्रवाल, मोतीलाल तिवारी, वरुण, आलोक, रोहित, मुकेश, रामानंद सागर, स्वामी कालिकानंद महाराज, संतोष पांडेय, योगेश त्रिपाठी बेताब, व्यंकेटेश्वर मिश्र, स्वामीनाथ, धर्मेंद्र पांडेय, रामप्रकाश त्रिपाठी, वीके द्विवेदी, वंदना पांडेय आदि थे।

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