लोक आस्था के महापर्व पर अ‌र्घ्य को उमड़ा सैलाब

फैजाबाद : सूर्योपासना के महापर्व पर अयोध्या-फैजाबाद के सरयू घाटों सहित पोखरों और तालाब

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 11:53 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 11:53 PM (IST)
लोक आस्था के महापर्व पर अ‌र्घ्य को उमड़ा सैलाब
लोक आस्था के महापर्व पर अ‌र्घ्य को उमड़ा सैलाब

फैजाबाद : सूर्योपासना के महापर्व पर अयोध्या-फैजाबाद के सरयू घाटों सहित पोखरों और तालाबों के किनारे बुधवार को दूसरा अ‌र्घ्य देने के लिए व्रती महिलाओं का सैलाब उमड़ा। घाट महिलाओं से पट गए और ढोल, नगाड़े की धुन पर युवा थिरकते नजर आए। जमकर आतिशबाजी हुई। व्रती महिलाओं ने दूध और जल से भगवान भाष्कर को अ‌र्घ्य देने के साथ ही पूजन अर्चन किया और प्रसाद ग्रहण कर चार दिवसीय महाव्रत का पारण किया। घाट छठ मइया की जय-जय कार से गूंजते रहे।

कार्तिक मास शुक्लपक्ष की सत्तमी को छठ पर्व का अंतिम दिन था। भोर से ही अयोध्या के सरयू घाटों, फैजाबाद के गुप्तारघाट, पोखरों पर सुहागिन व्रती महिलाओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई थी। महिलाएं परिवार के सदस्यों के साथ छठी मइया के गीत गाते सरयू घाट पर पहुंची। कुछ ही देर में घाट पर तिल रखने की जगह तक नहीं बची। तकरीबन साढ़े छह बजे जैसे ही आसमान में लाली छाई सभी की निगाहें आसमान की ओर टिक गई। भगवान सूर्य का दर्शन होते ही नदी में कमर तक जल में खड़ी व्रती महिलाओं ने सिर झुकाकर प्रणाम किया और पूजन सामग्री के साथ भगवान भाष्कर को जल व दूध का अ‌र्घ्य अर्पित किया। छठ मइया को व्रती महिलाओं ने प्रसाद के रूप में ठेकुआ, फल और मिष्ठान का भोग लगाया। पूजा-अर्चना की और प्रसाद ग्रहण कर चार दिवसीय व्रत का पारण किया। इस दौरान घाटों पर जमकर आतिशबाजी हुई और ढोल नगाड़े की धुन पर युवा थिरकते नजर आए। घाट से लेकर घर तक उल्लास का माहौल रहा। महिलाओं ने प्रसाद का वितरण परिवारीजनों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों को भी किया। इसी के साथ चार दिवसीय सूर्योपासना के महापर्व छठ पूजा का समापन हो गया।

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