कोरोना काल में प्रसूताओं के लिए संजीवनी बना आयुष्मान कार्ड
आयुष्मान कार्ड धारक प्रसूताओं में 16 को सामान्य नौ को ऑपरेशन तो छह को मिला ब्लड का लाभ.
अयोध्या: कोरोना काल में आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों की इकोनॉमी बिगड़ी, लेकिन ऐसे लोगों के इलाज में आयुष्मान कार्ड संजीवनी सरीखा साबित हुआ है। इसका नतीजा है कि अकेले महिला चिकित्सालय में ही 31 प्रसूताओं को ब्लड से लेकर सामान्य व ऑपरेशन से प्रसव का लाभ मिला तो कइयों के अन्य ऑपरेशन ही नहीं बल्कि गंभीर रोगों का इलाज भी हुआ। ऐसे मरीजों के लिए सबसे बड़ी बात यह रही कि लॉकडाउन के दौरान जो दवाएं अस्पताल में उपलब्ध नहीें थीं उसके लिए तीमारदारों को मेडिकल स्टोर के चक्कर नहीं लगाने पड़े बल्कि जिम्मेदारों ने खुद उन्हें औषधियां उपलब्ध कराईं।
मार्च माह में आए कोरोना काल के दौरान जनता जगह-जगह इलाज व दवाओं के लिए भटकती रही तो वहीं महिला अस्पताल में आयुष्मान कार्डधारक 31 गर्भवती महिलाओं को जांच से लेकर प्रसव तक की सुविधाएं देने में चिकित्सक जुटे रहे। इतना ही नहीं अस्पताल प्रशासन जरूरतमंदों को रक्त भी निश्शुल्क उपलब्ध कराता रहा। इस सुविधा ने गरीबी की मार झेल रही इन महिलाओं को समय पर निश्शुल्क उचित इलाज उपलब्ध करा कर उनको संकट से बचाया। आयुष्मान कार्ड धारक महिलाओं की मानें तो चिकित्सकों ने इलाज के दौरान पूरा ध्यान दिया नहीं तो ऐसे मौके पर कोई भी अस्पताल भर्ती नहीं करता जिससे उनकी परेशानी बढ़ सकती थी। इस बारे में सीएमएस डॉ. एसके शुक्ल ने बताया कि चिकित्सकों ने जिस भी चीज की कमी इलाज में बतायी, उसको तत्काल उपलब्ध करवाया गया था।
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माह कुल मरीज नार्मल प्रसव सीजर ब्लड
मार्च- 03 - 03 -
अप्रैल- - - - -
मई- 01 01 - -
जून- 05 04 01 01
जुलाई- 03 - - 02
अगस्त- 06 04 01 01
सितंबर- 06 04 01 01
अक्टूबर- 07 03 03 01