ऐसी है पीडब्लूडी की ¨रग रोड

तीन महीने पहले पीडब्लूडी ने जिस ¨रगरोड को लेकर होमवर्क किया, वह 43 किलोमीटर लंबा था। पर उसमें निर्माण 15 किलोमीटर का होना था। केंद्र सरकार ने अगर पीडब्लूडी के उसी ब्लू¨प्रट को मंजूरी दी है तो उसमें 2

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Feb 2019 11:31 PM (IST) Updated:Wed, 06 Feb 2019 11:31 PM (IST)
ऐसी है पीडब्लूडी की ¨रग रोड
ऐसी है पीडब्लूडी की ¨रग रोड

अयोध्या : तीन महीने पहले पीडब्लूडी ने जिस ¨रगरोड को लेकर होमवर्क किया। वह 43 किलोमीटर लंबा था। उसमें निर्माण 15 किलोमीटर का होना था। केंद्र सरकार ने अगर पीडब्लूडी के उसी ब्लू¨प्रट को मंजूरी दी है तो उसमें 28 किमी लंबा लखनऊ-गोरखपुर फोरलेन शामिल है। आठ फरवरी को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को जिले में बैराज समेत कई परियोजनाओं का शिलान्यास करने आना है। उसमें एनएचआइ का ¨रगरोड भी शामिल है। केंद्रीय मंत्री के शिलान्यास कार्यक्रम होने के चलते आधिकारिक तौर पर पीडब्लूडी के इंजीनियर ¨रग रोड के बारे में कुछ भी बोलने से बचते हैं।

सूत्रों के अनुसार पीडब्लूडी ने जिस 15 किमी लंबे ¨रगरोड निर्माण पर होमवर्क किया था, उसकी अनुमानित लागत करीब सवा पांच सौ करोड़ है। तीन सौ करोड़ का एक पुल भी उसमें शामिल है, जो सरयू नदी पर नवाबगंज-गोंडा जाने के लिए बनेगा। पहले पीडब्लूडी ने इसे सआदतगंज से प्रस्तावित किया था। आगे सेना का चांदमारी क्षेत्र होने से उसे मुमताजनगर के आगे ले जाना पड़ा। बाद में गोरखपुर-लखनऊ हाइवे स्थित मुमताजनगर के आगे झंझरीपुल के पास से ¨रग रोड का ब्लू¨प्रट तैयार किया है। पहले की ड्राइंग में उसे सआदतगंज से दिखाया गया है। झंझरी पुल से निकलने के लिए बाद में ¨रग रोड की ड्राइंग में संशोधन किया गया है। जिसकी लंबाई करीब तीन किमी बढ़ गई है। --------------- ये है ¨रग रोड की ड्राइंग

संसू, अयोध्या: पीडब्लूडी ने 43 किमी मार्ग का जो खाका खींचा है, उसे ¨रग रोड नाम दिया है। वह सआदतगंज से लोलपुर-गोंडा तक लगभग 19 किमी लंबा है। इसके बाद लोलपुर से बाया कटरा नवाबगंज होकर उसे बलरामपुर-फैजाबाद-इलाहाबाद (एनएच-330) से जुड़ेगा, जिसकी लंबाई करीब नौ किमी है। नवाबगंज से प्रस्तावित करीब 18 किमी लंबा ¨रगरोड का निर्माण मुमताजनगर के लिए कराया जाएगा, जो हाइवे के झंझरी पुल से होकर निकलेगा। यह कत्यानी मंदिर होते हुए नवाबगंज को जोड़ेगा। ¨रगरोड के निर्माण से नगर निगम क्षेत्र में ट्राफिक का दबाव बहुत कम हो जाएगा। बस्ती जाने वाले इसी ¨रग रोड का इस्तेमाल कर शहर के बाहर से निकल जाएंगे।

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