मुलायम ¨सह यादव के पूर्व ओएसडी के कॉलेज में भी प्रवेश प्रतिबंधित

फैजाबाद : डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालयों ने बार-बार निर्देश के बाद भी शिक्षकों क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Jul 2018 11:32 PM (IST) Updated:Tue, 03 Jul 2018 11:32 PM (IST)
मुलायम ¨सह यादव के पूर्व ओएसडी के कॉलेज में भी प्रवेश प्रतिबंधित
मुलायम ¨सह यादव के पूर्व ओएसडी के कॉलेज में भी प्रवेश प्रतिबंधित

फैजाबाद : डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालयों ने बार-बार निर्देश के बाद भी शिक्षकों का ऑनलाइन डाटा न भरने वाले महाविद्यालयों में प्रवेश तो प्रतिबंध कर दिया गया, लेकिन एक दिन बाद ही विवि प्रशासन बैकफुट पर आया और जारी 131 महाविद्यालयों की सूची को संशोधित कर दिया गया। विवि से संबंद्ध तीन चिकित्सा कॉलेजों व इंजीनिय¨रग कॉलेज को राहत दे दी गई। इनके नाम हटाए जाने पर जहां सवाल उठने शुरू हो गए हैं।

प्रवेश पाबंदी की जद में पूर्व सपा मुखिया मुलायम ¨सह यादव के ओएसडी रहे एमएलसी जगजीवन राम का अंजरौली स्थित राजकुमारी महाविद्यालय सारीधनेठी पूरे शिवबक्श पांडेय भी है। इस महाविद्यालय का आरंभ तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था। इसी के साथ ही विवि ने पूर्व मंत्री विनोद ¨सह पंडित के गोंडा स्थिति दो महाविद्यालयों को इस सत्र में प्रवेश लेने से प्रतिबंधित कर दिया है। केआरएस कॉलेज ऑफ हायर एजूकेशन वल्लीपुर नवाबगंज व केआरएस इंस्ट्यूट ऑफ लॉ कॉलेज में इस सत्र में प्रवेश लेने पर रोक लगा दी गई है। गोंडा के एक एमएलसी के साथ ही पूर्व एमएलसी के महाविद्यालय में प्रवेश रोका गया है। बसपा सरकार के पूर्व मंत्री विनोद ¨सह के संस्थान केआइटीएमटी सुल्तानपुर में भी प्रवेश नहीं लिया जा सकेगा। दूसरी ओर विवि कैंपस स्थित तकनीकी संस्थान में भी प्रवेश को पाबंद किया गया लेकिन मंगलवार को विवि प्रशासन ने तीसरी संशोधित सूची जारी कर इस संस्थान का नाम हटा दिया। अब इस सूची में कुल 127 महाविद्यालय रह गए हैं। कुलसचिव प्रो.एसएन शुक्ल ने बताया कि त्रुटिवश बाराबंकी के तीन चिकित्सा महाविद्यालय व विवि का तकनीकी संस्थान शामिल हो गया था। बाद में इनका नाम हटा दिया गया है।

शिक्षक अनुमोदित हुए तब मिल सकता कम बैक का मौका

विवि प्रशासन ने महाविद्यालयों में नए सत्र के दौरान प्रवेश को भले ही पाबंद कर दिया हो पर इसमें भी महाविद्यालयों के पास कम बैक का मौका है। जारी आदेश में कुलसचिव ने साफतौर पर कहा है कि इन महाविद्यालयों में इस सत्र में प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है पर महाविद्यालय की ओर से अगली प्रगति से अवगत कराने पर पुनर्विचार संभव है। माना जा रहा है कि यदि महाविद्यालय शिक्षकों की नियुक्त कर ऑनलाइन डाटा भर कर इससे विवि प्रशासन को समय से अवगत कराएंगे तो संभव है कि महाविद्यालय में प्रवेश की राह खुल जाए।

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