वीवीआइपी रहा इटावा पर नहीं मिली सुविधाएं : योगी

गौरव डुडेजा, इटावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यहां कहा कि इटावा वीवीआइपी जनपद

By JagranEdited By: Publish:Sun, 06 Jan 2019 10:36 PM (IST) Updated:Sun, 06 Jan 2019 10:36 PM (IST)
वीवीआइपी रहा इटावा पर नहीं मिली सुविधाएं : योगी
वीवीआइपी रहा इटावा पर नहीं मिली सुविधाएं : योगी

गौरव डुडेजा, इटावा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यहां कहा कि इटावा वीवीआइपी जनपद रहा लेकिन दुर्भाग्य है कि शासन की कई जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिला। प्रयास है कि जल्द ही इसे विकसित जिलों की श्रेणी में लाएं। इसके साथ ही प्रदेश के सभी जिलों को वीवीआइपी बनाना चाहते हैं,जहां नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलें। वह नुमाइश पंडाल में आयोजित स्वच्छता प्रहरी सम्मान समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 100 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वच्छता अभियान दो अक्टूबर 2014 को शुरू हुआ तब संदेह जताया गया था कि प्रदेश में अभियान कैसे सफल होगा। पिछले 70 सालों में यूपी में 58 फीसद परिवारों के पास इज्जतघर थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछले डेढ़ वर्ष में शेष बचे 42 फीसद परिवारों को इज्जतघर मुहैया कराए गए।

उन्होंने केंद्रीय स्वच्छता एवं पेयजल मंत्री उमा भारती की तारीफ कर कहा कि उन्होंने बेस लाइन सर्वे के बाद भी छूट गए 44 लाख परिवारों के इज्जतघर बनवाने का बजट जारी किया। यह कार्य फरवरी तक पूरा हो जाएगा। इटावा में पूर्व में तीन वर्ष में 51 हजार इज्जतघर बने वहीं उनकी सरकार में डेढ़ वर्ष में 1.40 लाख इज्जतघर बनाए गए हैं। हमने 8652 आवास ग्रामीण व तीन हजार आवास शहरी क्षेत्र में प्रधानमंत्री योजना से उपलब्ध कराए। डेढ़ वर्ष में 55 हजार परिवारों को विद्युत कनेक्शन व 45,791 किसानों को 235 करोड़ की ऋण माफी दी गई। उन्होंने कहा कि इटावा के तीनों विस क्षेत्रों का समान विकास होगा।

गंगा किनारे के गांव ओडीएफ, अब यमुना की बारी : उमाभारती

केंद्रीय स्वच्छता एवं पेयजल मंत्री उमाभारती ने कहा कि ओडीएफ के बाद अब यहां ओडीएफ प्लस व गोवर्धन योजना लागू होगी। इटावा को उत्तर प्रदेश का रोल मॉडल बनाएंगे। यहां अन्य जिलों के प्रतिनिधि भी गांवों का भ्रमण करेंगे। उन्होंने बताया कि पूरे देश में 9 करोड़ इज्जतघर बनाए गए हैं। 584 जिले ओडीएफ हो चुके हैं। देश में अब स्वच्छता का कवरेज 100 फीसद है। गंगा किनारे के सभी गांव ओडीएफ हैं। पांच राज्यों की 1600 ग्राम पंचायतों के चार हजार गांव ओडीएफ हो चुके हैं। अब यह अभियान यमुना नदी के किनारे बसे गांवों में चलाया जाएगा। गंगा के 25 गांवों को समग्र विकास के लिए चुना गया है। गंगा किनारे एक करोड़ पौधे इस अभियान के तहत लगाए गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री की तरफ मुखातिब होते हुए कहा कि बुंदेलखंड के साथ पूरे उत्तर प्रदेश की पेयजल योजनाओं के लिए उनका मंत्रालय पूरी मदद करेगा। जब तक विकास के मामले में उत्तर प्रदेश नंबर एक नहीं हो जाता। समारोह को केंद्रीय स्वच्छता एवं पेयजल सचिव परमेश्वरम अय्यर ने भी संबोधित किया। परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव ¨सह, सांसद अशोक दोहरे, सदर विकास सरिता भदौरिया, विधायक सावित्री कठेरिया, जिलाध्यक्ष शिवमहेश दुबे थे।

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