अयोध्या न पहुंच पाने पर कराया था श्रीरामजानकी मंदिर का निर्माण

संवादसूत्र बकेवर महेवा कस्बा में स्थित श्रीरामजानकी मंदिर क्षेत्रीय श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या समा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2020 07:27 PM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 07:25 AM (IST)
अयोध्या न पहुंच पाने पर कराया था श्रीरामजानकी मंदिर का निर्माण
अयोध्या न पहुंच पाने पर कराया था श्रीरामजानकी मंदिर का निर्माण

संवादसूत्र, बकेवर : महेवा कस्बा में स्थित श्रीरामजानकी मंदिर क्षेत्रीय श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या समान ही है। करीब सवा सौ साल पहले जमींदार गुरुनारायण चौबे ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की कृपामयी आज्ञा से मंदिर का निर्माण कराया था। अयोध्या में अब जब आज 5 अगस्त को रामजन्म भूमि पर मंदिर के निर्माण के लिए शिलान्यास होने को लेकर यहां भी खासा उल्लास है। मंदिर में धार्मिक कार्यक्रम की तैयारियां चल रही है तथा समूचे क्षेत्र में दीप प्रज्ज्वलित करके दीपावली मनाई जाएगी।

श्रीरामजानकी मंदिर की स्थापना नगरिया के जमींदार गुरुनारायण चौबे के द्वारा वर्ष 1912 के करीब की गयी थी। विशाल मैदान में बनाया गया यह भव्य मंदिर एक बार देखने मात्र से लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। पुजारी सुरेश मिश्रा बताते हैं कि जमींदार गुरुनारायण चौबे भगवान श्रीराम के भक्त थे और वह प्रत्येक श्रावण मास में अयोध्या जाकर जन्मभूमि पर भगवान राम के विग्रह के दर्शन करते थे एक बार वह खराब स्वास्थ्य के कारण अयोध्या नहीं पहुंच सके तो उनको अपार दुख हुआ जिससे उनका स्वास्थ्य गिरता गया। भगवान भी भाव के भूखे हैं उन्हें अपने भक्त की दयनीय दशा देखी नहीं गयी और उन्होंने स्वप्न में दर्शन देकर मंदिर बनाने की आज्ञा देकर कहा कि वे जानकी सहित यहां सदैव विराजमान रहेंगे। तब जमींदार ने इस भव्य मंदिर का निर्माण राजस्थानी शैली पर कराया, श्रीराम के साथ माता जानकी, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमानजी विराजमान हैं। अयोध्या में आज भगवान राम के मंदिर का शिलान्यास किया जाएगा तो यहां भी कम उल्लास नहीं है। मंदिर के व्यवस्थापक श्रीभगवान दुबे बताते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास की खुशी में यहां भी धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे, बुधवार की सुबह भगवान श्रीराम की आरती के साथ प्रसाद का वितरण होगा तो वहीं रात्रि के समय दीप मालिका सजाई जाएगी।

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