मंडी खुलते ही तेजी से गिरे सब्जियों के दाम

जागरण संवाददाता इटावा नवीन कृषि मंडी में तीन दिन कारोबार रहने के बाद मंगलवार को मंडी तड़के खुली तो सब्जियों की भरपूर आवक होने से बीते तीन दिनों में बढ़ी बेतहाशा महंगाई धड़ाम से नीचे गिर गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Feb 2020 09:57 PM (IST) Updated:Wed, 12 Feb 2020 06:10 AM (IST)
मंडी खुलते ही तेजी से गिरे सब्जियों के दाम
मंडी खुलते ही तेजी से गिरे सब्जियों के दाम

जागरण संवाददाता, इटावा : नवीन कृषि मंडी में तीन दिन कारोबार रहने के बाद मंगलवार को मंडी तड़के खुली तो सब्जियों की भरपूर आवक होने से बीते तीन दिनों में बढ़ी बेतहाशा महंगाई धड़ाम से नीचे गिर गई। मंडी खुलने से परिसर में चहल-पहल का माहौल हुआ। आढ़तियों के संरक्षक शिवनाथ सिंह यादव ने कहा कि शासन-प्रशासन को 10 दिन का समय दिया है, इस दौरान सचिव और लिपिक को हटाकर कार्रवाई नहीं हुई तो फिर से हड़ताल की जाएगी।

मंडी सचिव तथा लिपिक पर भ्रष्टाचार और उत्पीड़न के आरोप लगाकर गल्ला, सब्जी और फल मंडी के आढ़तिया एकजुट होकर व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष अनंतप्रताप अग्रवाल के नेतृत्व में बीते शनिवार से कारोबार ठप किए हुए थे। आढ़तियों के साथ प्रमुख विपक्षी दलों के आने पर बीते सोमवार को अपराह्न के समय उप निदेशक कृषि मंडी तथा सिटी मजिस्ट्रेट सत्येंद्र नाथ शुक्ल ने दस दिन में प्रभावी कार्रवाई का आश्वासन देकर आढ़तियों का आंदोलन स्थगित करा दिया था। इस दौरान सब्जियों के भाव दो से तीन गुना अधिक बढ़ गए थे। मंगलवार को तड़के मंडी खुली तो चहल-पहल हो गई, हर प्रकार की सब्जियां भरपूर मात्रा में मंडी आई जिससे भावों में एकदम गिरावट हो गई। सब्जी मंडी अध्यक्ष नौशे भाई ने बताया कि बीते दिवस जो आलू 15 से 20 रुपये किलो बिका उसका भाव 8 से 10 रुपये हो गया, मिर्च 100 से 30-40 रुपये किलो हो गई, मटर 60 से 25 से 30 रुपये हो गई इसी प्रकार अन्य सब्जियों के भाव में गिरावट हुई इससे आम जनता ने राहत की सांस ली।

आढ़तियों में थमा नहीं आक्रोश मंडी में आढ़तियों को अतिक्रमण हटाने को लेकर नोटिस देने तथा ऑन लाइन व्यापार करने के लिए बाध्य करने से आढ़तियों में आक्रोश थमा नहीं है। मंडी में करीब 800 लाइसेंस धारक आढ़ती हैं लेकिन इस संख्या के अनुरूप अभी सुविधाएं नहीं है। दूसरी ओर मंडी प्रशासन नए-नए फरमान जारी कर रहा है उससे आढ़तियों में आक्रोश बढ़ रहा है। तीन दिन कारोबार ठप करने पर प्रसपा सुप्रीमो शिवपाल सिंह यादव ने जिस अंदाज में आढ़तियों का मनोबल बढ़ाया उससे आढ़ती आंदोलन के माध्यम से अपनी मांगे पूरी कराने के लिए फिर से आंदोलन शुरू कर सकते हैं।

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