खनन माफियाओं ने तोड़े बार्डर पर लगे पुलिस के कैमरे

संवाद सहयोगी चकरनगर मतदान सुरक्षा के लिए एमपी बॉर्डर पर लगे पुलिस के सीसीटीवी कैमरे खनन माफियाओं ने अवैध मौरंग परिवहन में बन रहे बाधा के चलते तोड़ डाले।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 May 2019 07:41 PM (IST) Updated:Mon, 13 May 2019 06:19 AM (IST)
खनन माफियाओं ने तोड़े बार्डर पर लगे पुलिस के कैमरे
खनन माफियाओं ने तोड़े बार्डर पर लगे पुलिस के कैमरे

संवाद सहयोगी, चकरनगर : मतदान सुरक्षा के लिए एमपी बॉर्डर पर लगे पुलिस के सीसीटीवी कैमरे खनन माफियाओं ने अवैध मौरंग परिवहन में बन रहे बाधा के चलते तोड़ डाले। उक्त घटना के सीसीटीवी फुटेज होने के बावजूद भी पुलिस रिपोर्ट तक दर्ज नहीं कर पाई। उपरोक्त मामले के सीसीटीवी फुटेज वायरल होने से पुलिस की किरकिरी हो रही है। गौरतलब हो कि 29 अप्रैल मतदान की रात्रि 11.14 बजे मध्य प्रदेश के तीन खनन माफियाओं ने अवैध खनन परिवहन में बाधा बन रहे एमपी बॉर्डर बल्लो की गढि़या पर सुरक्षा की ²ष्टि से पुलिस प्रशासन द्वारा लगाए गए सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिये। उपरोक्त अराजक तत्वों का सीसीटीवी कैमरे तोड़ने का मकसद सिर्फ इतना ही था कि वह एमपी से अवैध खनन करके ला रहे मौरंग भरे अपने ट्रैक्टर ट्राली यूपी में परिवहन के लिये निकाल सकें। बताते चलें कि वरिष्ठ पुलिस कप्तान संतोष कुमार मिश्रा द्वारा हनुमंतपुरा चौराहे पर थाना सिविल लाइन से लगाई गई पुलिस पिकेट के चलते खनन माफिया हनुमंतपुरा चौराहे से अवैध परिवहन नहीं कर पा रहे। इसके चलते पुलिस से छुपते छुपाते बल्लो की गढि़या होते हुए आस पड़ोस के गांव सहित बिठौली थाना क्षेत्र से लेकर जालौन तक अवैध मौरंग की सप्लाई करते हैं और इधर उमरी थाना क्षेत्र से होते हुए पांडरी बाबा के रास्ता से चंद्रहंसपुरा गांव पर निकल कर विडवा चौकी तक मौरंग की सप्लाई कर रहे हैं। उपरोक्त मौरंग की सप्लाई में बाधक बन रहे सीसीटीवी कैमरे अराजक तत्वों द्वारा तोड़ना अपने आप में एक बड़ा सवाल है। वहीं उक्त अराजक तत्वों के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्रवाई न करना उससे भी बड़ा एक अहम सवाल है।

सूत्रों की माने तो स्थानीय थाना पुलिस द्वारा एमपी के नया गांव थाना पुलिस से अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया था। इसके चलते एमपी के नयागांव थाना पुलिस ने उपरोक्त मामले में सीसीटीवी कैमरा तोड़ने वाले एक अराजक तत्व को पकड़ भी लिया था। लेकिन वह किसी तरह भागने में सफल रहा। जिसके चलते एमपी पुलिस भी पूर्ण कार्रवाई नहीं कर सकी।

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