कातिलों के लिए 'सेफ जोन' बनी मल्हौसी नहर पटरी

संवाद सहयोगी भरथना (इटावा) भरथना थाना क्षेत्र के अंतर्गत मल्हौसी नहर पुल के समीप पानी में ती

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 08:04 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 08:04 PM (IST)
कातिलों के लिए 'सेफ जोन' बनी मल्हौसी नहर पटरी
कातिलों के लिए 'सेफ जोन' बनी मल्हौसी नहर पटरी

संवाद सहयोगी, भरथना (इटावा) : भरथना थाना क्षेत्र के अंतर्गत मल्हौसी नहर पुल के समीप पानी में तीन दिन पहले बहते मिले शव की पहचान आगरा के थाना छत्ता के जाटनी बाग जीवनी मंडी निवासी अधिवक्ता कपिल पवार उर्फ केपी यश पुत्र लख्मीचंद्र उर्फ बालकिशन के रूप में हुई है। पहचान दो बड़े भाईयों ब्रज मोहन व सुखवीर सिंह निवासीगण असोड़ा हापुड़ द्वारा की गई। इसके बाद पहचान के लिए तय 72 घंटे की मियाद पूरे होने के साथ ही पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया। अधिवक्ता का अपहरण कर हत्या करके नहर में शव फेंके जाने से एक बार फिर यह साबित हो गया कि कातिलों के लिए मल्हौसी नहर पटरी मार्ग सेफ जोन बन चुका है। साम्हों तथा मल्हौसी क्षेत्र दो जनपदों की सीमाएं मिलने तथा 10-12 किलोमीटर नहर पटरी का मार्ग सूनसान होने के चलते अक्सर कातिल कत्ल कर शव को फेंक कर सुरक्षित निकल जाते हैं। विगत 2017-18 में तीन महिलाओं की हत्या कर शव को नहर के आसपास फेंक कर अपराधी निकल गए थे। इनमें पुलिस की जांच में दो महिलाओं की शिनाख्त होने के बाद उनसे संबंधित आरोपी जेल की हवा खा रहे हैं। साम्हों चौकी क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पाली खुर्द रेलवे लाइन के किनारे 29 मई 2017 को एक अज्ञात महिला की दुष्कर्म कर हत्या कर दी गई थी। इसी क्रम में मल्हौसी पुल से पूर्व की ओर नाले की समीप ग्राम बसरेहर निवासी एक महिला की प्रेम प्रंसग के चलते उसके प्रेमी द्वारा 13 फरवरी 2018 को पहले गोली मारकर हत्या की गई, उसके बाद अपने साथ बोतल में लाए पेट्रोल को छिड़ककर उसकी पहचान मिटाने के लिए आग के हवाले किया गया। उस समय थाना प्रभारी जेपी पाल द्वारा महिला के हत्यारोपी का खुलासा कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया गया। इसी क्रम में मल्हौसी नहर पुल के समीप कस्बा के मोहल्ला गोविद नगर (लोहियानगर) गिरधारीपुरा निवासी एक महिला की भी हत्या कर उसका शव फेंका गया था। जिसकी बाद में शिनाख्त कर हत्यारोपियों को पकड़कर जेल भेजा गया। अपराधी साम्हों क्षेत्र में अपराध करके वहां से सुरक्षित निकल जाते हैं और पास में स्थित गैर जनपद की सीमा होने के चलते इसका फायदा उठाते हैं। इस क्षेत्र में अधिकतर घटनाएं रात के अंधेर में ही अंजाम दी जाती हैं।

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