दिसंबर तक 18 वर्ष से ऊपर सभी लोगों का होगा टीकाकरण

गौरव डुडेजा इटावा कोरोना की संभावित खतरे से निपटने के लिए प्रदेश सरकार वैक्सीनेशन

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 11:24 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 11:24 PM (IST)
दिसंबर तक 18 वर्ष से ऊपर सभी लोगों का होगा टीकाकरण
दिसंबर तक 18 वर्ष से ऊपर सभी लोगों का होगा टीकाकरण

गौरव डुडेजा, इटावा :

कोरोना की संभावित खतरे से निपटने के लिए प्रदेश सरकार वैक्सीनेशन पर खासा जोर दे रही है। प्रधानमंत्री के दिसंबर तक 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने के संकल्प को देखते हुए जनपद में 11.73 लाख आबादी को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। 20 जुलाई तक 3.05 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। अगस्त माह में 2.00 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। विभाग का मानना है कि शेष बचे लोगों को सितंबर तक दिसंबर तक अभियान चलाकर लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग वैक्सीनेशन को लेकर स्केलअप अभियान एक जुलाई से चला रहा है। इसको अगस्त माह में भी जारी रखा जाएगा। जनपद के आठ ब्लाकों व छह नगरीय क्षेत्रों में 300 बड़े स्थानों व 200 छोटे स्थानों को चिह्नित किया गया है। जिसके लिए 151 टीमें बनाई गई हैं। जिनमें 20 टीमें अचल व 231 टीमें चल रूप में कार्य कर रही हैं। ग्राम पंचायतें ग्रामीण क्षेत्र में व स्थानीय निकाय शहरी क्षेत्र में टीकाकरण अभियान की जिम्मेदारी संभाले हुए है। विभाग ने हर ब्लाक में क्लस्टर बनाए हैं जिनमें 10 से लेकर 15 ग्राम पंचायतों को जोड़कर एक क्लस्टर तैयार किया गया। क्लस्टर के अंतर्गत टीकाकरण के लिए जाने वाली टीम गांव में दो दिन टीकाकरण करेगी। जो टीकाकरण छूट जाएगा उसको दोबारा गांव में पहुंचकर टीकाकरण किया जाएगा। इस तरह से जनपद में 471 ग्राम पंचायतों को कवर किया जा रहा है।

वैक्सीन कम मिलने से अभियान धीमा

स्वास्थ्य विभाग ने एक जुलाई से प्रतिदिन सात हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा हुआ है। लेकिन पिछले 20 दिन में वैक्सीन रोजाना कम मिलने से अभियान पर असर पड़ा है और स्केलअप अभियान में रोजाना आधे केंद्रों पर वैक्सीन नहीं पहुंच पा रही है। इस समय विभाग प्रतिदिन साढ़े तीन हजार से लेकर चार हजार लोगों का टीकाकरण कर रहा है। लक्ष्य बनाकर हो रही कोरोना की टेस्टिग

ट्रिपल टी यानी ट्रेसिग, टेस्टिग व ट्रीटमेंट के अंतर्गत जनपद में कोरोना की टेस्टिग लक्ष्य बनाकर की जा रही है। इसमें रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, ग्राम पंचायतों, व्यापारियों, आटोचालकों, जेल, बाल सुधार गृह, कचहरी, सरकारी कर्मचारियों की कोरोना टेस्टिग कराई जा रही है। जनपद में टेस्टिग के लिए 28 टीमें फील्ड में रोजाना निकल रहीं हैं। आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, छह नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल व उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में टेस्टिग कराई जा रही है। ग्रामों में प्रधान के माध्यम से निगरानी समिति व शहर में सभासद के माध्यम से निगरानी समिति बनाकर टेस्टिग हो रही है। विभाग इस समय रोजाना तीन हजार से लेकर चार हजार तक टेस्टिग कर रहा है। अप्रैल, मई में जनपद की संक्रमण दर जहां 25 फीसद तक पहुंच गई थी अब वह घटकर .025 फीसद तक आ गई है। यह एक सुखद संकेत है। हालांकि विभाग आने वाले संभावित खतरे के लिए पूरी तैयारी कर रहा है।

वैक्सीन है जरूरी

कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन लगवाना जरूरी है। मैंने भी वैक्सीन लगाई है, इसका कोई दुष्प्रभाव सामने नहीं आया है।

सचिन, छात्र कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन सभी को लगवानी चाहिए। इसी से हमारा बचाव हो सकता है। इसके लिए सभी को आगे आना होगा।

रजत पटेल, व्यवसायी वैक्सीन की डोज मैंने ली है। मुझे कोई परेशानी नहीं हुई। हम सभी को वैक्सीन केंद्र पर जाकर अवश्य लगवानी चाहिए।

विक्रम यादव, राजकीय ठेकेदार वैक्सीन का कोई दुष्प्रभाव अभी तक सामने नहीं आया है, जिन लोगों ने वैक्सीन लगवा ली थी वह कोरोना की दूसरी लहर में सुरक्षित बचे रहे। आप भी वैक्सीन जरूर लगवाएं।

वीके पाल, शिक्षक

स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार कांटेक्ट ट्रेसिग, टेस्टिग पर ध्यान दिया जा रहा है। करीब चार हजार लोगों की प्रतिदिन टेस्टिग कराई जा रही है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना की दवा उपलब्ध है।

डा. सुशील कुमार, सैंपलिग प्रभारी जनपद की 18 वर्ष से ऊपर की संपूर्ण आबादी को दिसंबर 2021 तक टीकाकरण कराने का लक्ष्य रखा गया है। लक्ष्य के अनुरूप ही टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। उम्मीद है कि लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।

डा. सतेंद्र यादव, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी

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