21 लाख का कोटा फिर भी दवाओं का टोटा

जागरण संवाददाता, इटावा : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी के अधीन संचालित आयु

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Oct 2018 05:25 PM (IST) Updated:Tue, 23 Oct 2018 05:25 PM (IST)
21 लाख का कोटा फिर भी दवाओं का टोटा
21 लाख का कोटा फिर भी दवाओं का टोटा

जागरण संवाददाता, इटावा : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी के अधीन संचालित आयुष विभाग में एक साल से दवाओं का टोटा है। बीते साल कुछ दवाएं खरीद कर उपलब्ध कराई गई थीं, लेकिन उनके खत्म हो जाने से जिला अस्पताल के आयुष विभाग से मरीज दवा के अभाव में लौट रहे हैं।

जिले में 21 आयुष केंद्र संचालित है। हर केंद्र के लिए साल में एक लाख की दवाएं मुख्य चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में बनी समिति की संस्तुति पर उपलब्ध कराई जाती हैं। एक साल से जिले के होम्योपैथी, यूनानी व आयुर्वेदिक विभाग दवाओं की कमी का दंश झेल रहे हैं। हैरत की बात तो यह है कि जिला अस्पताल में भी एक ही छत के नीचे संचालित आयुष विभाग में भी एक साल से सभी दवाएं उपलब्ध नहीं कराई जा सकी हैं। ऐसे उपलब्ध कराई जाती हैं दवा

जिले में संचालित होम्योपैथी, यूनानी व आयुर्वेद चिकित्सकों के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में गठित समिति द्वारा संबंधित विभागों की मांग पर दवा के आर्डर स्वीकार किए जाते हैं। उसके बाद समिति संबंधित दवा निर्माताओं से दवा आपूर्ति कराने के लिए डिमांड करती है। इस दौरान आपातकाल में समिति स्थानीय स्तर पर भी दवा खरीद कर उपलब्ध कराने को स्वतंत्र है। होम्योपैथी व यूनानी दवाओं का टोटा जिले में संचालित होम्योपैथिक व यूनानी दवाओं का अकाल एक साल से है। सेंट्रल ड्रग हाउस में आग लगने के बाद छाया दवाओं का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। हालत यह है कि हर रोज मरीज दवा के अभाव में बैरंग लौट रहे हैं।

अधिकारी बोले :

आयुष विभाग के लिए दवा मंगाने को फाइल तैयार करा दी गई है। आर्डर पर जिलाधिकारी की संस्तुति मिलने का इंतजार है। संस्तुति मिलते ही दवाओं की व्यवस्था की जाएगी।

-डा. एके अग्रवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी

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