ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अब भी कतार में

संवादसूत्र, ऊसराहार : शहर की बैंकों में भले ही ग्राहकों की कतार कम हो गई हो, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों

By Edited By: Publish:Sat, 14 Jan 2017 01:01 AM (IST) Updated:Sat, 14 Jan 2017 01:01 AM (IST)
ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अब भी कतार में
ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अब भी कतार में

संवादसूत्र, ऊसराहार : शहर की बैंकों में भले ही ग्राहकों की कतार कम हो गई हो, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी ग्राहकों को पर्याप्त पैसा नहीं मिल पा रहा है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति पूर्वांचल बैंकों की है। ताखा क्षेत्र में सबसे ज्यादा खाताधारक पूर्वांचल बैंक में हैं। ताखा तहसील में पूर्वांचल की मामन, ऊसराहार एवं ताखा में कुल तीन शाखाएं हैं। आठ नवंबर के बाद से ही इन बैंकों को पर्याप्त पैसा नहीं मिला है।

हालत यह है कि ताखा की सभी शाखाओं में कई बार कर्मचारियों को भुगतान देते समय पैसा खत्म हो जाने पर जान के लाले पड़ चुके हैं। पैसे के अभाव में बैंक कर्मचारियों को ग्राहकों की गालियां भी खानी पड़ी हैं। जब कभी ज्यादा किल्लत हुई और फटे-पुराने नोट ग्राहकों को दिए गए तो हालात और अधिक खराब हो गए। पिछले कुछ दिनों से पूर्वांचल बैंक की सभी शाखाओं में ग्राहकों को 10-10 हजार रुपये भुगतान देकर भीड़ कम करने की कवायद की जा रही है, लेकिन बैंक भुगतान नहीं कर पा रहे हैं जिससे भीड़ छंटने की बजाय और बढ़ती जा रही है। ताखा के महुआ निवासी अखिलेश यादव ने बताया कि ताखा की शाखा में भुगतान के लिए पहुंचते तो जरूर हैं, लेकिन कभी भी उन्हें 24 हजार रुपये का भुगतान नहीं मिल पाया है। बैंक में दो दिन 10-10 हजार भुगतान बंट जाता है तो तीसरे दिन बैंक में कैश नहीं रहता और ग्राहकों की कतार फिर बढ़ जाती है। ऊसराहार में ग्राहक रामानंद बाथम ने बताया कि उन्हें मजदूरों का भुगतान करना है मगर वह हफ्ते में एक बार ही 10 हजार रुपये निकाल पाए हैं। इस कारण उन्हें रोज बैंक के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।

पूर्वांचल बैंक ऊसराहार के शाखा प्रबंधक एचपी भटनागर ने बताया कि वह ग्राहकों को लगातार 10-10 हजार रुपये भुगतान देकर भीड़ कम करने की कोशिश कर रहे हैं। किसी ग्राहक को यदि कोई ज्यादा जरूरत पड़ती है तो उसे 14 हजार रुपये तक भुगतान दे रहे हैं। शीघ्र ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।

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