मलिन बस्तियों में भी शौचालय बदहाल

इटावा, जागरण संवाददाता : नगर पालिका परिषद द्वारा चयनित की गयी मलिन बस्तियों में शौचालय अपनी पहचान ही

By Edited By: Publish:Wed, 28 Sep 2016 07:11 PM (IST) Updated:Wed, 28 Sep 2016 07:11 PM (IST)
मलिन बस्तियों में भी शौचालय बदहाल

इटावा, जागरण संवाददाता : नगर पालिका परिषद द्वारा चयनित की गयी मलिन बस्तियों में शौचालय अपनी पहचान ही खो चुके हैं। कभी समूचे मोहल्ले के लिए शौच क्रिया का साधन रह चुके शौचालय अब अपना अस्तित्व ही खो चुके हैं। पालिका द्वारा मलिन बस्तियों में शौचालयों के निर्माण कराने की बात तो कही जाती है, लेकिन अभी तक कोई कारगर कदम नहीं उठाये जा सके हैं। पालिका की यह योजना अभी फाइलों से बाहर नहीं निकल सकी है।

शौचालयों की स्थिति

²श्य एक :

नगर पालिका द्वारा चयनित मलिन बस्ती मडै़या शिवनारायण के जलकूप के पास बने पुराने सार्वजनिक शौचालय का रख रखाव न होने के कारण उसके मात्र अवशेष ही बचे हैं। शौचालय की कोठरी में सुअरों का बसेरा रहने से कोई भी बच्चा, महिला व पुरुष शौचालय की ओर जाने का साहस नहीं जुटा पाता है।

²श्य दो :

पालिका क्षेत्र की मलिन बस्ती बंगाली कालोनी में बना शौचालय भी अपनी पहचान खो चुका है। रिहायशी बस्ती के बने इस सार्वजनिक शौचालय पर दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। शौचालय के बाहर मिट्टी का भराव हो जाने से उसका प्रयोग ही बंद हो गया है। बस्ती के गरीब परिवार की महिला व पुरुष रात के अंधेरे में नाली व खुली जगह में शौच क्रिया करने को मजबूर हो रहे हैं।

²श्य तीन :

मेवाती टोला बर्फ खाना में बने शौचालय की हालत भी बद से बदतर हो गयी है। रखरखाव के अभाव में लोग दरवाजे, खिड़की यहां तक उसमें लगी सीट व अन्य सामग्री भी उखाड़ ले गये हैं। बस्ती की महिलाएं व पुरुष जीआईसी हॉस्टल के पीछे खाली मैदान में शौच के लिए जाने को मजबूर हैं।

²श्य चार :

यमुना तलहटी में बने सुलभ शौचालय का उपयोग इस समय भूसा भरने व बकरियां बांधने के लिए किया जा रहा है। पालिका द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिये जाने का ही तो यह परिणाम है, कि उक्त सुलभ शौचालय का लाभ क्षेत्र की जनता को नहीं मिल पा रहा है।

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