कचरा भर कर चोक कर दिया नाला

जागरण संवाददाता, एटा: यूं तो शहरभर के नालों की ही दशा खराब है, मगर शिकोहाबाद रोड के नाले अजीब तरीके

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Jun 2018 10:45 PM (IST) Updated:Fri, 08 Jun 2018 10:45 PM (IST)
कचरा भर कर चोक कर दिया नाला
कचरा भर कर चोक कर दिया नाला

जागरण संवाददाता, एटा: यूं तो शहरभर के नालों की ही दशा खराब है, मगर शिकोहाबाद रोड के नाले अजीब तरीके से चोक हैं। यहां सफाई कर्मचारियों ने कचरा भर कर उसे जाम कर दिया है। पॉलीथिन व अन्य कचरा इतना है कि नाले ऊपर तक लबालब हो गए हैं। अगर तेज बारिश हो जाए तो इन नालों से पानी की निकासी का कोई साधन नहीं है। बारिश के दौरान कचरा सड़क पर ही फैलता नजर आएगा।

नालों की समस्या एटा शहर में कोई नई नहीं है। यह नाले वर्षो से स्थापित हैं, लेकिन इनकी देखरेख समुचित तरीके से नहीं हो पा रही। यही वजह है कि बार-बार वे चोक हो जाते हैं और समस्या बढ़ जाती है। शिकोहाबाद रोड पर सड़क के दोनों ओर नाले हैं। अब से छह महीने पहले इन नालों में पानी था, लेकिन अब यह सूख चुके हैं। शहर में लगी प्रदर्शनी के दौरान नाले के कुछ हिस्से की सफाई की गई थी। इनके आसपास टेंट लगाने के लिए खोदाई की गई। इसके बाद मिट्टी सीधे नाले में झोंक दी गई। उसे दूसरी जगह ले जाने की जहमत नहीं उठाई गई। इस मिट्टी के नाले में जाने से वह पूरी तरह से चोक हो गए। अब सिर्फ कुछ हिस्सा ही बचा है। जिसमें पानी बहता है। अधिकांश हिस्से में न कीचड़ रहा और न पानी। देखने में यह आ रहा है कि सफाई कर्मचारी कूड़े-कचड़े की डलिया नाले में ही पलट देते हैं, जिसकी वजह से अब वे ऊपर तक भर चुके हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि बारिश का सीजन आने वाला है, जब पानी बरसेगा तो नालों में भी पानी भरेगा। ऐसे में अगर पहले से सफाई नहीं होगी तो नालों में पड़ा सारा कचरा बहकर सड़कों और फुटपाथ पर पसर जाएगा, लेकिन इसकी परवाह किसी को नहीं है।

इलाके के लोग बताते हैं कि कई बार उन्होंने नगर पालिका को लिखकर शिकायत की है। फिर भी कोई निरीक्षण करने तक नहीं आया। सफाई कर्मचारियों से जब नालों से कचरा हटाने को कहा गया तो उन्होंने कह दिया कि जब तक ऊपर के अधिकारी आदेश नहीं देंगे, तब तक वे काम नहीं कर सकते। नागरिक कहते हैं कि ऐसे में वे अपनी शिकायत लेकर किसके पास जाएं। एक दुकानदार ने बताया कि जब वह काफी परेशान हो गया तो तहसील दिवस में भी शिकायत करने के लिए पहुंचा, लेकिन वहां भी उसकी समस्या का निराकरण नहीं हुआ। अधिकारियों ने आश्वासन दे दिया कि अगले दिन उनके क्षेत्र में टीम भेजी जाएगी, लेकिन आज तक कोई भी नहीं पहुंचा।

प्रदर्शनी ग्राउंड का भी कचरा नाले में

प्रदर्शनी ग्राउंड में फिर से कचरे के ढेर लग गए हैं। सफाई कर्मचारी नाले के आसपास ही कचरा डाल रहे हैं, जो उड़कर सीधा नाले में पहुंचता है। नाले के आसपास कोई चार दीवारी नहीं है, जो प्रदर्शनी ग्राउंड को कवर कर सके। प्रदर्शनी के दौरान सिर्फ जीटी रोड पर ही सफाई कराई गई थी। शिकोहाबाद रोड का काफी हिस्सा छोड़ दिया गया। जेसीबी मशीनों से की गई खोदाई और जमीन के समतलीकरण के कारण ही नालों में प्रदर्शनी मैदान की मिट्टी पहुंच गई। तभी से यह नाले चोक पड़े हैं। इलाके में रहने वाले लोग कह रहे हैं कि अगर उनकी समस्या का निराकरण नहीं किया गया तो वे कभी भी आंदोलन के लिए विवश हो सकते हैं। अधिकारियों को यहां आकर स्थिति का जायजा लेना चाहिए। नालों में पड़ी गंदगी की वजह से दुकानदारों का दुकानों पर बैठना दुश्वार हो रहा है। यहां के एक नाले का हिस्सा हाजीपुरा स्थित तालाब में मिलता है।

पब्लिक बोली

कितनी भी शिकायत करें लेकिन अधिकारी कोई सुनवाई नहीं करते। कई बार दुकानदार एकत्रित होकर अधिकारियों के पास जा चुके हैं पर समस्या का निराकरण आज तक नहीं हो सका।

नीरेश कुमार

- हम चाहते हैं कि अधिकारी यहां आकर खुद स्थिति को देखें, जब तक वे यहां नहीं आएंगे, तब तक नीचे के कर्मचारी उन्हें गुमराह करते रहेंगे। इसलिए कम से कम उन्हें आना चाहिए।

- जितेंद्र कुमार

शिकोहाबाद रोड की समस्या कोई नई नहीं है। नगर पालिका के अधिकारी-कर्मचारी यहां की स्थिति के बारे में सबकुछ जानते हैं, लेकिन उनके अंदर काम करने की इच्छाशक्ति का अभाव दिखता है।

- अशोक कुमार

अगर हमारी सुनवाई नहीं होगी तो हमें सड़कों पर उतरना पड़ेगा। कम से कम अफसरों को यहां आकर व्यवसायियों और इलाके में रहने वाले लोगों की पीड़ा को समझना चाहिए।

- चेतन

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