दुष्कर्म पीड़िता बनी राइफल रानी, दो सुरक्षाकर्मी फंसे

महिला ने फेसबुक और वाट्सएप पर डाली पोस्ट दोनों सिपाही लाइन हाजिर एएसपी को सौंपी जांच

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Nov 2020 06:38 AM (IST) Updated:Thu, 05 Nov 2020 06:38 AM (IST)
दुष्कर्म पीड़िता बनी राइफल रानी, दो सुरक्षाकर्मी फंसे
दुष्कर्म पीड़िता बनी राइफल रानी, दो सुरक्षाकर्मी फंसे

जागरण संवाददाता,एटा: अवागढ़ क्षेत्र की दुष्कर्म पीड़िता को उसकी सुरक्षा में पुलिसकर्मियों की राइफल के साथ फोटो खिचाना महंगा पड़ गया। महिला ने यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। मामला अधिकारियों के संज्ञान में आने पर दोनों सिपाही लाइन हाजिर कर दिए गए। उनके खिलाफ जांच भी बिठा दी गई है।

अवागढ़ के एक गांव की रहने वाली 30 वर्षीय महिला की थाने में तैनात दारोगा योगेश तिवारी और प्रेम कुमार गौतम से पहचान थी। महिला ने 11 जुलाई, 2019 को आरोप लगाया कि दोनों दारोगाओं ने उसके साथ दुष्कर्म किया। वह गर्भवती हो गई। महिला ने दोनों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। दोनों को जेल भेजा गया। मामला काफी सुर्खियों में रहा था।

महिला को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सुरक्षा के लिए दो सिपाही एटा पुलिस ने उपलब्ध कराए थे। सिपाही सुनील त्यागी और वीरेंद्र सिंह सुरक्षा में लगे थे। दो दिन पूर्व यह सिपाही खाना खा रहे थे। उन्होंने अपनी राइफलें महिला के घर पर ही रख दी थीं। तभी महिला ने राइफल हाथ में लेकर अपना फोटो खिचवा लिया। इस फोटो को फेसबुक पर बुधवार शाम पोस्ट कर दिया तथा वाटसएप स्टेटस पर भी डाल दिया। पोस्ट वायरल होते ही। मामला एटा के पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में आ गया। एसएसपी सुनील कुमार सिंह ने दोनों सिपाहियों को देर रात लाइन हाजिर कर दिया। सुरक्षा के लिए दो नए सिपाही भेज दिए। इस के साथ ही मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह को सौंप दी। आइपीएस अमिताभ ठाकुर ने डिलीट किए ट्वीट:

महिला की राइफल के साथ फोटो देखकर आइपीएस अमिताभ ठाकुर भी सक्रिय हो गए। उन्होंने फेसबुक, ट्विटर पर आवश्यक सूचना के नाम से महिला की फोटो आइजी और एडीजी को पोस्ट कर दी। हालांकि एटा पुलिस ने तत्काल जवाब दे दिया तो अमिताभ ने अपनी पोस्ट डिलीट कर दीं। आरोपित दारोगाओं का डीएनए परीक्षण होगा:

सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित दोनों दारोगाओं का अदालत ने डीएनए परीक्षण के आदेश दिए हैं। महिला ने गर्भवती होने का आरोप लगाया है। अब बच्चा भी है। ऐसे में अगर डीएनए जांच में पुष्टि हो जाती है तो दारोगाओं की मुश्किल बढ़ सकती हैं।

दुष्कर्म पीड़िता की सुरक्षा में लगे दो सिपाहियों की लापरवाही सामने आई है, उन्हें अपने शस्त्रों को अपने साथ रखना चाहिए था। लापरवाही पर उन्हें लाइन हाजिर किया गया है और महिला को सख्त हिदायत दी गई है।

- सुनील कुमार सिंह, एसएसपी, एटा

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