मनोरोगियों को राहत, शुरू होगा मनकक्ष का संचालन
कोरोना संक्रमण के कारण बंद चल रही थीं सेवाएं दो चिकित्सक और दो काउंसलर को दी जिम्मेदारी
एटा: मनोरोगियों और उनके स्वजन के लिए राहत भरी खबर है। जिला अस्पताल स्थित मन कक्ष पर लगा ताला अब खोला जाएगा। जिससे उन्हें परामर्श और उपचार मिल सकेगा। इसके लिए दो प्रशिक्षित और काउंसलर को जिम्मेदारी दी गई है।
मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिला अस्पताल परिसर में मनकक्ष की स्थापना की गई थी। जहां एक चिकित्सक की अलग से ड्यूटी लगाई गई। जिले में मानसिक रोगों से संबंधित परामर्श-उपचार की सुविधा नहीं है। ऐसे में यह मनकक्ष लोगों के लिए मददगार बन रहा था। लेकिन मार्च में कोरोना संक्रमण की दस्तक ने जिला अस्पताल की सभी ओपीडी सेवाओं सहित मनकक्ष को भी बंद करा दिया। बाद में अन्य सेवाएं तो धीरे-धीरे सामान्य हो गईं, लेकिन मनकक्ष का संचालन अब तक नहीं हो सका है। इस स्थिति में मनोरोगियों और उनके स्वजन को दूसरे शहरों की दौड़ लगानी पड़ रही है। इस समस्या का हल करते हुए शासन ने मनकक्ष संचालित करने का आदेश जारी कर दिया है। यह सप्ताह में दो दिन खोला जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त डा. ब्रजेश कुमार और काउंसलर शिल्पी गुप्ता को सोमवार तथा डा. राकेश कुमार और काउंसलर रामेंद्र कुमार को गुरुवार को सेवाएं देने के लिए निर्देशित किया गया है। नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. आरएन गुप्ता ने बताया कि आदेश तैयार कर जिला अस्पताल के सीएमएस को भेज दिया गया है। दीपावाली बाद मनकक्ष का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। चल रहा किशोर स्वास्थ्य क्लीनिक:
मनकक्ष का संचालन बंद होने के साथ ही इसका कक्ष भी दूसरे कार्यक्रम को आवंटित कर दिया गया। पहले किशोर स्वास्थ्य क्लीनिक ओपीडी में चलाया जा रहा था, जिसे मनकक्ष के कमरे में स्थापित करा दिया गया है। अब मनकक्ष संचालन के लिए फिर व्यवस्थाओं में बदलाव करना होगा।