पोषण अभियान जनांदोलन बनाने को सामुदायिक भागीदारी जरूरी: राज्यपाल

बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपना योगदान गंभीरतापूर्वक दें

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 05:14 AM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 05:14 AM (IST)
पोषण अभियान जनांदोलन बनाने को सामुदायिक भागीदारी जरूरी: राज्यपाल
पोषण अभियान जनांदोलन बनाने को सामुदायिक भागीदारी जरूरी: राज्यपाल

जासं, एटा: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि सरकार द्वारा शुरू किए गए पोषण अभियान को जनांदोलन के रूप में बनाना चाहिए। इसमें सामुदायिक भागीदारी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपना योगदान गंभीरतापूर्वक दें।

गांव कासिमपुर में पोषण माह का शुभारंभ करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अति कुपोषित व कुपोषित बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए। अधिकारी ग्राम प्रधान के सहयोग से बच्चों, गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य का ख्याल रखें। गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव कराने के लिए जागरूक किया जाए। ग्राम प्रधान यह सुनिश्चित करें कि गांव में जच्चा-बच्चा सुरक्षित रहे, कोई भी बच्चा अति कुपोषित की श्रेणी में न आए। क्षय रोग से ग्रसित बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा जाए, यह भी देखा जाए कि उन्हें शासन द्वारा प्रदत्त 500 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से मिल रहे हैं या नहीं। राज्यपाल ने कहा कि पोषण अभियान एक मिशन है जो सुपोषण भारत-कुपोषण मुक्त भारत की परिकल्पना पर आधारित है। इस समय चतुर्थ राष्ट्रीय पोषण माह सितंबर में मनाया जा रहा है। राज्यपाल ने अधिकारियों से प्रगति के बारे में भी पूछा। इस पर जिलाधिकारी ने राज्यपाल को जानकारी दी कि प्रथम वजन सप्ताह का आयोजन 17 जून से 24 जून तक किया गया था, जिसके अन्तर्गत सैम बच्चों का चिन्हांकन कर बेस लाईन सर्वे तैयार किया गया। जनपद में प्रथम वजन दिवस के उपरान्त कुल बच्चों की संख्या 220587 के सापेक्ष कुल वजन लिए गए बच्चों की संख्या 182919, अल्पवजन के बच्चों की संख्या 8568, गंभीर अल्प वजन के बच्चों की संख्या 1462 रही। डीएम ने भेंट की सुंदरकांड की पुस्तक

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जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल ने राज्यपाल को कासिमपुर में सुंदरकांड की पुस्तक भेंट की। इस दौरान राज्यपाल ने जिलाधिकारी से जिले की स्थिति तथा सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी ली। राम मंदिर के लिए बनाए गए घंटे को भी देखा

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राज्यपाल ने जलेसर में घुंघरू घंटी इकाई के निरीक्षण के दौरान पालिकाध्यक्ष विकास मित्तल के कारखाने में तैयार किए गए 2100 किलो वजन वाले राम मंदिर के लिए तैयार किए गए घंटे को भी देखा। राज्यपाल ने इस बारे में पालिकाध्यक्ष से विस्तृत जानकारी भी ली। राज्यपाल ने प्रास की सराहना की।

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