स्कूली बच्चे बोले हमें अपने वैज्ञानिकों पर भरोसा, होंगे कामयाब

चंद्रयान-2 की चांद की सतह पर भले ही सफल लेंडिग नहीं हो पाई लेकि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Sep 2019 11:05 PM (IST) Updated:Sun, 08 Sep 2019 06:22 AM (IST)
स्कूली बच्चे बोले हमें अपने वैज्ञानिकों पर भरोसा, होंगे कामयाब
स्कूली बच्चे बोले हमें अपने वैज्ञानिकों पर भरोसा, होंगे कामयाब

एटा, जागरण संवाददाता : चंद्रयान-2 की चांद की सतह पर भले ही सफल लेंडिग नहीं हो पाई, लेकिन इस अद्भुत प्रयोग के लिए देश के वैज्ञानिकों की काबिलियत का सभी ने लोहा माना। स्कूली बच्चों में इस लेंडिग को लेकर भारी जोश देखा गया। तमाम लोग रातभर टीवी से चिपके रहे। सबको उस सुनहरे पल का इंतजार रहा, जब चंद्रयान-2 चांद की सतह पर लांच होता। यह बच्चे बोले कि हम लेंडर विक्रम से रोवर निकलते देखना चाहते थे। भले ही हमें यह मौका अभी नहीं मिल सका, लेकिन अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है। जिन्होंने चांद के दक्षिणी ध्रुव तक चंद्रयान-2 को पहुंचा दिया।

चंद्रयान-2 के लिए आधी रात के बाद वक्त मुकर्रर था, जिसके बारे में सबको जानकारी थी। यही वजह रही कि तमाम लोग रात को नहीं सोए। चंद्रयान की सफल लांचिग देखने के लिए टीवी खोलकर बैठे रहे। जिन बच्चों की अंतरिक्ष स्पेस में रुचि है खासतौर पर उन्होंने इस पल को गंवाना उचित नहीं समझा। जब उन्हें यह पता चला कि लेंडर से कम्युनिकेशन बंद हो गया है तो उन्हें निराशा हुई। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन सुनकर नई आशा जगी। सुबह होने पर बच्चे स्कूल गए और इस बात के लिए खुशी जताई कि चांद के जिस दक्षिणी ध्रुव तक कोई देश नहीं पहुंच पाया, वहां कम से कम भारत तो पहुंचा। श्याम बिहारी सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने वैज्ञानिकों का उत्साहवर्धन करने वाले चित्र बनाकर प्रदर्शन किया और आभार जताया। इन बच्चों ने कहा कि उन्हें वैज्ञानिकों पर गर्व है। प्रधानाचार्य एवं कवि गौरव चौहान ने वैज्ञानिकों के कार्य की सराहना की और कहा कि यही वैज्ञानिक फिर से लांचिग करेंगे। बच्चे बोले

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विक्रम लेंडर से कम्युनिकेशन ऑफ होने के बाद निराशा नहीं हुई क्योंकि कई देशों के प्रयोग भी असफल हो चुके हैं, हम तो उनसे बहुत आगे रहे।

- दीपेंद्र कुमार मैंने रातभर टीवी पर लाइव प्रसारण देखा, चांद के साउथ पोल पर पहुंचना आसान नहीं था। यह अलग बात है कि हमारा चंद्रयान-2 सिर्फ दो किलोमीटर ऊपर रह गया।

- अभिषेक मिश्रा हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है, जरूरी नहीं कि हर प्रयोग सफल हो जाए। हमारे वैज्ञानिक चंद्रयान-2 को नहीं पहुंचा पाए तो थ्री को जरूर पहुंचाएंगे।

- तनु प्रजापति इसरो ने एक से बढ़कर एक सफल प्रयोग किए हैं वह शानदार एजेंसी है। हमारे वैज्ञानिकों ने पूरी दुनिया को लोहा मनवाया है। भविष्य में चांद पर जरूर सफल लेंडिग होगी।

- अनुष्का सिंह

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