आग का गोला बनी कार, बाल-बाल बचा दवा व्यवसायी का परिवार

हादसे से एक मिनट पहले ही लघुशंका के चलते गाड़ी से उतरे थे सभी शादी समारोह से लौट रहा था परिवार सात सदस्य थे कार में

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 12:11 AM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 12:11 AM (IST)
आग का गोला बनी कार, बाल-बाल बचा दवा व्यवसायी का परिवार
आग का गोला बनी कार, बाल-बाल बचा दवा व्यवसायी का परिवार

एटा, जासं। थाना पिलुआ के निधौली कलां रोड पर नगरिया मोड़ के निकट शहर के दवा व्यवसायी की कार आग का गोला बन गई। गाड़ी में सात लोग सवार थे, लेकिन आग लगने से एक मिनट पहले ही वे कार से उतर आए थे। सबकी जान बच गई, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड ने आग पर काबू पाया। सभी लोग शादी समारोह में भाग लेकर लौट रहे थे।

शहर के ठंडी सड़क निवासी दवा व्यवसायी अजय वाष्र्णेय इनोवा कार से बुधवार को अपने चचेरे भाई राघव निवासी सकीट के शादी समारोह में भाग लेने के लिए मथुरा गए थे। गुरुवार को जलेसर-निधौली कलां होते हुए लौट रहे थे। कार में अजय के अलावा उनकी पत्नी हेमलता, बेटी रिया, बेटा आर्यन तथा साले कृपाशंकर निवासी पिलुआ की पत्नी दिव्या तथा उनके दो बेटे युवांश और रिषभ सवार थे। युवांश को लघुशंका लगी तो कार को दोपहर एक बजे रोक लिया गया। गाड़ी रुकने के बाद सभी उतर आए, कार के बोनट से जलने जैसी गंध आ रही थी। अजय ने जैसे ही बोनट खोला तो आग लग गई। अजय ने बताया कि देखते ही देखते पूरी कार जल गई। सूचना पर दमकल पहुंच गई और आग पर काबू पा लिया गया। गाड़ी में शार्ट सर्किट से आग लगी थी। गनीमत यह रही कि यह आग चलती गाड़ी में नहीं लगी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। कार में बैठे लोगों को गाड़ी से उतरकर एक मिनट का वक्त ही लगा कि तब तक दुर्घटना हो गई। 18 दिन पूर्व आग लगने से पांच की गई थी जान:

थाना बागवाला के गांव हिम्मतपुर के निकट दिल्ली से आ रही एक वैगनआर कार में ट्रौला से टकराने के बाद आग लग गई थी। 23 नवंबर को हुए हादसे में पांच लोगों में सुनील और उनकी पत्नी विमला देवी, बेटा लवकुश के अलावा मौसा बबलू व ममेरे भाई चंद्रशेखर की जलकर मौत हो गई थी। गुरुवार को इनोवा कार में लगी आग भी कुछ ऐसी ही थी, लेकिन पूरा परिवार कार से बाहर होने के कारण बाल-बाल बच गया।

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