देवरिया जेल में भी है कैदियों के बीच गुटबाजी
जिला कारागार में भी बंदियों के बीच गुटबाजी की सुगबुगाहट है। सितंबर में तो बंदियों ने अपनी गुटबाजी से जेल प्रशासन को सकते में ला दिया था।
देवरिया: जिला कारागार में भी बंदियों के बीच गुटबाजी की सुगबुगाहट है। सितंबर में तो बंदियों ने अपनी गुटबाजी से जेल प्रशासन को सकते में ला दिया था। जेल और जिला प्रशासन इनकी गुटबाजी को लेकर गंभीर नहीं हुआ तो यहां भी गोरखपुर कारागार जैसी घटना हो सकती है। हालांकि जेल प्रशासन कैदियों के बीच गुटबाजी से इंकार कर रहा है। जिला जेल में देवरिया के अलावा कुशीनगर जनपद के कैदी भी बंद होते हैं। क्षमता से तीन गुना कैदियों की संख्या होने के बावजूद जिला कारागार की सुरक्षा का कोई विशेष इंतजाम नहीं है, जबकि इस जेल में डेढ़ दर्जन से अधिक गैर जनपद से आए शातिर बदमाश बंद हैं। इस समय जेल में बंदियों के बीच गुटबाजी नजर आने लगी है। सितंबर में बलिया व देवरिया के बंदियों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। जबकि 14 सितंबर को बंदी की मौत के बाद सभी बंदियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दिया था। जेल में गुटबाजी के चलते ही अप्रैल 2016 में बवाल हुआ था। इस बाबत जेलर जेपी त्रिपाठी का कहना है कि गुटबाजी नहीं है। यहां सबकुछ सामान्य है।