विद्यालय में छात्र ने खाया जहरीला पदार्थ, गंभीर

उपनगर स्थित एक विद्यालय में पढ़ने आए कक्षा दो के एक छात्र ने शुक्रवार की दोपहर जहरीला पदार्थ खा ली, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। इसकी भनक लगते ही विद्यालय में अफरा-तफरी मच गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 Sep 2018 11:22 PM (IST) Updated:Fri, 07 Sep 2018 11:22 PM (IST)
विद्यालय में छात्र ने खाया जहरीला पदार्थ, गंभीर
विद्यालय में छात्र ने खाया जहरीला पदार्थ, गंभीर

देवरिया : उपनगर स्थित एक विद्यालय में पढ़ने आए कक्षा दो के एक छात्र ने शुक्रवार की दोपहर जहरीला पदार्थ खा ली, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। इसकी भनक लगते ही विद्यालय में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन विद्यालय प्रशासन ने उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भाटपाररानी पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने छात्र को जिला अस्पताल भेज दिया। छात्र का कहना है कि मां की प्रताड़ना के चलते उसने यह कदम उठाया है।

खामपार थाना क्षेत्र के ग्राम लोहारीबारी नवादा निवासी राजकुमार का ग्यारह वर्षीय इकलौता बेटा अनमोल उपनगर स्थित एक विद्यालय में कक्षा दो में पढ़ता है। वह शुक्रवार को स्कूली वाहन से विद्यालय पहुंचा। दोपहर में लंच के समय वह दोस्तों के साथ भोजन करने के लिए निकला तो जरूर, लेकिन सभी से अलग जाकर बैठ गया। भोजन करने के बाद सभी छात्र कक्षा में पहुंचे तो कुछ ही देर बाद अनमोल भी पहुंच गया। कक्षा में पहुंचते ही उसको बेचैनी होने लगी और उल्टी करने लगा। यह देख छात्रों ने सूचना शिक्षक को दी। शिक्षक पर पहुंचे तो उसने जहरीला पदार्थ खाने की बात कही। इसके बाद उसे विद्यालय प्रशासन ने अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देख चिकित्सक ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। छात्र का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। विद्यालय के प्रबंधक विनीत यादव ने कहा कि छात्रों ने बताया कि वह सबसे अलग बैठा था। इसलिए उसने कब जहरीला पदार्थ खाया, यह कोई नहीं देख पाया। इसकी सूचना मिलते ही तत्काल हमने उसे अस्पताल पहुंचाने के साथ ही परिजनों को भी सूचना दी। परिजन भी आ गए।

-------------------

छात्र बोला, मां की प्रताड़ना से उठाया यह कदम

छात्र अनमोल का पिता विदेश में रहकर नौकरी करता है। घर पर अनमोल, उसकी दो बहनें आंचल और आराधना के साथ ही उसकी मां सुमन देवी रहती है। जागरण को अनमोल ने बताया कि उसकी मां बहनों को बहुत प्यार देती हैं। मुझे हर दिन प्रताड़ित किया जाता है और पिटाई भी की जाती है, जिससे तंग आकर हमने यह कदम उठाया। छात्र अनमोल ने बताया कि मेरे यहां बैंगन बोया गया है। उसी के बचाव के लिए यह जहरीला पदार्थ परिजन लाकर रखे थे। इस पदार्थ को घर के बाहर एक छप्पर में रखा गया था। जिसे मैं अपने बैग में रखकर लाया था और दोपहर को पानी में मिलाकर पी गया। मां बोली, हम तो डांटती भी नहीं इकलौते बेटे के जहरीला पदार्थ खाने के बाद जब वह जिला अस्पताल में भर्ती हुआ तो उसकी मां सुमन देवी अस्पताल पहुंच गई। बेटे को देखते ही दहाड़ मारने लगी। सुमन का कहना था कि वह बेटे को कभी प्रताड़ित नहीं करती है। वह छोटा है, इसलिए उसको कोई बात लग गई होगी।

chat bot
आपका साथी