एसआइटी ने बाल गृह में छह घंटे की जांच

देवरिया : देवरिया कांड की जांच कर रही एसआइटी ने सोमवार को फोरेंसिक टीम के साथ लगभग छह घंटे तक बालिका गृह में मौजूद एक-एक सामान की गहनता से जांच की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Aug 2018 12:51 AM (IST) Updated:Tue, 21 Aug 2018 12:51 AM (IST)
एसआइटी ने बाल गृह  में छह घंटे की जांच
एसआइटी ने बाल गृह में छह घंटे की जांच

देवरिया : देवरिया कांड की जांच कर रही एसआइटी सोमवार को फोरेंसिक टीम के साथ बाल गृह बालिका पहुंची और उपजिलाधिकारी रामकेश यादव की मौजूदगी में सील तोड़ गृह में प्रवेश किया। लगभग छह घंटे तक टीम ने गृह में मौजूद एक-एक सामान की गहनता से जांच की। इस दौरान फोरेंसिक टीम ने विभिन्न सामान से नमूने जुटाए। गृह में मौजूद अभिलेखों की भी पड़ताल की। जांच के दौरान टीम को कुछ अहम साक्ष्य भी हाथ लगे। इस दौरान बाल गृह के आसपास एसटीएफ के साथ पुलिस बल तैनात रही। उधर देरशाम मजिस्ट्रेट के सामने ही गृह को पुन: सील कर दिया गया। पूरे जांच की वीडियोग्राफी की गई।

बाल गृह बालिका में छापेमारी कर पांच अगस्त की रात पुलिस ने 23 बच्चों को मुक्त कराया था और उसके अगले दिन बाल गृह बालिका को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सील कर दिया गया था। मामले की विवेचना कर रही एसआइटी सोमवार की सुबह लगभग सवा ग्यारह बजे पुलिस लाइन पहुंची। इस बीच उप जिलाधिकारी सदर रामकेश यादव, सीओ शीतांशु यादव के साथ ही लखनऊ से आई पांच सदस्यीय फोरेंसिक टीम भी पुलिस लाइन पहुंची। कुछ ही देर बाद टीम बाल गृह बालिका के लिए रवाना हो गई। दोपहर बाद साढ़े बारह बजे बाल गृह बालिका के मुख्य गेट का सील मजिस्ट्रेट के सामने तोड़ा गया। टीम पहले दरवाजे से अंदर गई, लेकिन प्रथम तल पर दूसरा दरवाजा अंदर से बंद मिला। जिसके बाद पीछे के गेट पर लगे सील को तोड़कर टीम के सदस्य आइपीएस पूनम, भारती ¨सह के साथ विवेचक बृजेश कुमार ¨सह यादव तथा पांच सदस्यीय फोरेंसिक टीम अंदर पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू की। एक घंटे बाद एसआइटी के निर्देश पर महिला थाने से अधीक्षक कंचनलता को बाल गृह बुलाया गया। उसकी मौजूदगी में बेड, बिस्तर, बर्तन, बच्चों के खिलौने, कपड़ों की जांच की गई।

छह घंटे तक एक-एक सामान की जांच की गई और फोरेंसिक विभाग की टीम ने नमूने लिए। इस दौरान टीम ने बाल गृह में कागजातों का भी अवलोकन किया। इस बीच कंचनलता से टीम ने पूछताछ भी की। शाम पांच बजे के करीब फोरेंसिक टीम के साथ आइपीएस पूनम व भारती लौट गईं। अंदर जांच चलती रही। शाम साढ़े छह बजे के आसपास जांच पूरी हुई और टीम के सभी सदस्य नीचे आए। कंचनलता की मौजूदगी में सभी कमरों को फिर से सील कर दिया गया।

बिजली कटने से प्रभावित हुई जांच

देवरिया: बाल गृह बालिका का सील तोड़कर टीम अंदर भले ही प्रवेश कर गई, लेकिन गृह की बिजली कनेक्शन कटे होने से अंधेरा था, जिसके चलते कुछ देर तक जांच भी प्रभावित रही। इसके बाद टीम ने मिस्त्री बुलाकर तार जुड़वाया। इसके बाद जांच शुरू हुई।

chat bot
आपका साथी