देवरिया विकास प्राधिकरण की राह में जनसंख्या का पेच
तय भारांक नहीं हो रहा पूरा 60 की जगह महज 57 -जिला प्रशासन ने एक वर्ष पूर्व शासन को प्रस्ताव भेजा था
देवरिया: शहर के विकास के लिए विकास प्राधिकरण के गठन की कोशिश परवान नहीं चढ़ पा रही है। 2011 की जनगणना के मुताबिक शहर की जनसंख्या 1.32 लाख है। डेढ लाख से कम जनसंख्या होने से पेच फंस गया है। शासन की तरफ से अनिवार्य भारांक 60 किया गया है। जनसंख्या कम होने से भारांक 57 तक पहुंच सका है। ऐसे में 2021 की जनगणना तक इंतजार करना पड़ सकता है।
जिला प्रशासन द्वारा पिछले वर्ष विकास प्राधिकरण बनाने की पहल शुरू की गई। प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया। शहर से सटे 188 राजस्व गांव व नगर पालिका परिषद देवरिया, नगर पंचायत रामपुर कारखाना, नगर पंचायत गौरीबाजार को मिलाकर देवरिया विकास प्राधिकरण का नक्शा तैयार किया गया। जनसंख्या का आकार, यातायात मार्ग, रेलवे, जनसंख्या दशक वृद्धि दर, व्यवसायिक ढांचा, आवासीय कमी, महायोजना की स्थिति आदि के भारांक की गणना 62 की गई, लेकिन शासन के मुताबिक भारांक महज 57 तक पहुंच सका। शासन की गाइडलाइन के मुताबिक 60 या इससे अधिक भारांक वाले नगरीय निकायों को विकास प्राधिकरण बनाया जा सकता है।
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-विकास प्राधिकरण बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। शासन स्तर से कार्रवाई होनी है।
-अमित किशोर, जिलाधिकारी
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-जिला प्रशासन की तरफ से प्रस्ताव भेजने की जानकारी मिली है। इस संबंध में शासन में बातचीत की जा रही है। उम्मीद है कि प्रस्ताव पर विचार होगा।
डा.रमापति राम त्रिपाठी, सांसद देवरिया