राहगीरों के लिए नासूर बनीं शहर की सड़कें

जर्जर सड़कें शहरियों के लिए नासूर बन गई हैं। प्रमुख सड़कों से लेकर मोहल्लों का एक जैसा हाल है। जख्मी सड़कें शहरियों व राहगीरों की परीक्षा ले रही हैं। पसरी गिट्टियों पर पैदल चलने वाले राहगीरों के पांव छलनी हो जा रहे हैं। वैसे तो हर मौसम में जर्जर सड़कें दर्द देती हैं लेकिन बरसात के दिनों में यह दर्द बढ़ जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Sep 2019 11:53 PM (IST) Updated:Mon, 02 Sep 2019 11:53 PM (IST)
राहगीरों के लिए नासूर बनीं शहर की सड़कें
राहगीरों के लिए नासूर बनीं शहर की सड़कें

देवरिया : जर्जर सड़कें शहरियों के लिए नासूर बन गई हैं। प्रमुख सड़कों से लेकर मोहल्लों का एक जैसा हाल है। जख्मी सड़कें शहरियों व राहगीरों की परीक्षा ले रही हैं। पसरी गिट्टियों पर पैदल चलने वाले राहगीरों के पांव छलनी हो जा रहे हैं। वैसे तो हर मौसम में जर्जर सड़कें दर्द देती हैं, लेकिन बरसात के दिनों में यह दर्द बढ़ जाती है। शहर के लिए नासूर बनी सड़कों की मरम्मत को लेकर नपा के अफसर व जनप्रतिनिधि बेपरवाह हैं। शहर में बनीं सड़कों की बदहाली को कोई देखने वाला नहीं है।

--------------------------

सड़क पर उतरते ही ठिठक जाते हैं पांव

कचहरी चौराहा से से राघवनगर होते हुए हनुमान मंदिर के लिए जाने वाली पिच सड़क का निर्माण नगर पालिका ने वर्ष 2013-14 में कराया गया था। निर्माण पर 86.10 लाख रूपये खर्च किए गए थे। अपनी उम्र पूरी कर चुकी सड़क रखरखाव व मरम्मत के अभाव में खस्ताहाल हो गई है। रही सही कसर इस वर्ष की तेज बारिश ने पूरी कर दी है। दुर्गा मंदिर से हनुमान मंदिर रोड तक सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है। सड़क से गुजरते समय अक्सर दोपहिया वाहन चालक गड्ढे में उलझ कर गिर जाते हैं। सड़क पर बिखरी गिट्टियों से होकर दुर्गा मंदिर, शिव मंदिर व दुर्गा मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी मुश्किल झेलनी पड़ रही है। पांव में पत्थर चुभने पर लोगों के आंखों में आंसू उतर जाते हैं।

--------------------------------------

सड़क पर गड्ढा खतरे में जान

सिविल लाइन के कोआपरेटिव चौराहा से हनुमान मंदिर को जाने वाली सड़क भी जगह-जगह टूट गई है। टूटी सड़क हर कदम पर राहगीरों के धैर्य की परीक्षा ले रही है। तीन वर्ष पूर्व 14.45 लाख रूपये की लागत से बनी इस सड़क के निर्माण के समय पर गुणवत्ता का ध्यान न रखने का खामियाजा शहर की जनता भुगत रही है। कोआपरेटिव चौराहा से रामलीला मैदान तक तो हालत ठीक है कितु उसके आगे बढ़ते ही सड़क में बने गड्ढों से सामना होता है। लगभग दो सौ मीटर की लंबाई में करीब दर्जन भर बड़े गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं।

------------------------------

बरसात पूर्व दोनों सड़कें अच्छी स्थिति में थी। बारिश के दौरान सड़क पर पानी भरने से दोनों सड़कें कई जगह टूट गई। सड़कों की मरम्मत का प्रस्ताव बन गया है। शीघ्र ही सड़कों की मरम्मत करा दी जाएगी।

-एसपी सिंह, ईओ, नगर पालिका देवरिया।

chat bot
आपका साथी