35 थानेदारों व पुलिस कर्मियों पर हो सकती है कार्रवाई

देवरिया के बाल गृह बालिका कांड में उच न्यायालय की सख्ती के बाद एसपी कार्मिक से मांगी गई रिपोर्ट के मामले में कार्रवाई की गाज कभी भी गिर सकती है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Feb 2020 10:47 PM (IST) Updated:Wed, 12 Feb 2020 10:47 PM (IST)
35 थानेदारों व पुलिस कर्मियों पर हो सकती है कार्रवाई
35 थानेदारों व पुलिस कर्मियों पर हो सकती है कार्रवाई

देवरिया: मां विध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण संस्थान से संचालित बाल गृह बालिका कांड की जांच सीबीआइ कर रही है। लापरवाही बरतने वाले तत्कालीन थानेदार समेत पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई की तैयारी है। उच्च न्यायालय की सख्ती के बाद पुलिस अधीक्षक कार्मिक ने कार्रवाई से संबंधित रिपोर्ट वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर व देवरिया एसपी से तलब की है। आरोपित अधिकांश थानेदार व पुलिसकर्मियों का गैर जनपद स्थानांतरण हो चुका है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि उनके खिलाफ प्रारंभिक जांच शुरू हो गई है। मामले में तत्कालीन 35 थानेदार समेत कुल 122 पुलिसकर्मी दोषी पाए गए हैं।

सीबीआइ की जांच में स्टेशन रोड स्थित बालगृह बालिका के संदिग्ध मिलने के बाद शासन ने जून, 2017 में इस संस्था की मान्यता स्थगित कर दी थी। साथ ही पुलिस अधिकारियों को निर्देश था कि बालगृह में लड़कियों को न भेजा जाए और न ही बच्चों को। इसके बाद भी बाल गृह बालिका में लड़कियों व बच्चों को पुलिस भेजती रही। बाकायदा पुलिस ने यहां के लिए अपनी रवानगी भी कराई है। इस बीच पांच अगस्त 2018 को तत्कालीन एसपी ने इस कांड का पर्दाफाश कर दिया।

शासन ने इस मामले में लापरवाही मानते हुए तत्कालीन जिलाधिकारी सुजीत कुमार, एसपी रोहन पी कनय, डीआइजी बस्ती राकेश शंकर, सीओ दयाराम को हटा दिया, जबकि शहर कोतवाल व चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया था। इस बीच पुलिस अधीक्षक कार्मिक तेज स्वरूप सिंह ने दोषी पाए गए थानाध्यक्ष व पुलिस कर्मियों के खिलाफ की गई कार्रवाई से संबंधित रिपोर्ट मांगी है। जिसके बाद पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गई है।

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