पहले दिन 21 प्रत्याशियों ने लिए पर्चे

लोकसभा क्षेत्र देवरिया के पर्चा दाखिले के पहले दिन सोमवार को किसी भी प्रत्याशी ने दावेदारी दाखिल नहीं की। हालांकि नामांकन पत्रों की बिक्री शुरू हो गई। पहले दिन भाजपा कांग्रेस व गठबंधन समेत विभिन्न दलों के 21 प्रत्याशियों ने नामांकन खरीदे। इस दौरान कलेक्ट्रेट में दिन भर गहमा-गहमी रही।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Apr 2019 12:05 AM (IST) Updated:Tue, 23 Apr 2019 12:05 AM (IST)
पहले दिन 21 प्रत्याशियों ने लिए पर्चे
पहले दिन 21 प्रत्याशियों ने लिए पर्चे

देवरिया : लोकसभा क्षेत्र देवरिया के पर्चा दाखिले के पहले दिन सोमवार को किसी भी प्रत्याशी ने दावेदारी दाखिल नहीं की। हालांकि नामांकन पत्रों की बिक्री शुरू हो गई। पहले दिन भाजपा, कांग्रेस व गठबंधन समेत विभिन्न दलों के 21 प्रत्याशियों ने नामांकन खरीदे। इस दौरान कलेक्ट्रेट में दिन भर गहमा-गहमी रही। सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। जिलाधिकारी अमित किशोर, पुलिस अधीक्षक किरीट राठोड ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

नामांकन पत्र खरीदने के लिए प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे। पहले दिन भाजपा प्रत्याशी डा. रमापति राम त्रिपाठी, गठबंधन के प्रत्याशी बिनोद कुमार जायसवाल, कांग्रेस प्रत्याशी नियाज अहमद द्वारा नामांकन पत्र क्रय किए गए। इसके अलावा हिदुस्तान मोर्चा के विजय शंकर कौशिक, राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के अगस्त्य कुमार, समाजवादी समाज पार्टी के ओंकार, सत्य बहुमत पार्टी के अर्जुन कुमार शाही, भासपा के रंजन राय निराला, भाजस के शंकर लाल, भारतीय आवाम एकता पार्टी के मिर्जा इसरार अहमद, सुभासपा के राम आशीष राजभर, रासपा के मनोज पाल, हिदुस्तान निर्माण दल के अवनीश मिश्र, मोडरेड पार्टी के राजू चौहान, मनुवादी पार्टी के मनोज कुमार मिश्र, भासपा के गोविद शर्मा, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के गरीब आरएनजी दास उर्फ राजनारायण गोंड, लोसपा के नथुनी के अलावा निर्दल रामआशीष, डा.जितेंद्र पांडेय, इंद्रेश सिंह अमेठिया ने पर्चा लिया।

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जब्त सामान छोड़ने के लिए समिति गठित

देवरिया: जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी अमित किशोर ने निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान उड़न दस्तो़ं, स्टेटिक निगरानी दलों द्वारा जब्त की गई नकदी तथा अन्य वस्तुओं को छोड़े जाने हेतु सीडीओ की अध्यक्षता में समिति का गठन किया। अपर जिलाधिकारी(वि/रा) संयोजक तथा वरिष्ठ कोषाधिकारी को सदस्य नामित किया गया है। टीम दस लाख रुपये से अधिक के मामलों की जांच करेगी।

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